मौनी अमावस्या 9 फरवरी को है। इस दिन प्रभु श्री विष्णु और शिव की पूजा की जायेगी। इस व्रत में व्रती को मौन धारण करते हुए दिनभर मुनियों सा आचरण करना चाहिए। इस वजह यह अमावस्या मौनी अमावस्या के रूप में जाना जाता है। इस दिन गंगा स्नान कर तिल, लड्‌डू व तेल दान करना चाहिए। वहीं माघ माह में आने वाली अमावस्या तिथि को मौनी अमावस्या कहा जाता है। ऐसे में आज के दिन कुछ खास उपाय हैं जो आप कर सकते हैं। हालाँकि कुछ काम है जिन्हे करने से बचना चाहिए। अब आज हम आपको उन्ही कामों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हे करने से आज के दिन बचना चाहिए। * आज के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए। दरअसल, अमावस्या के दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नान करने की परंपरा है। यदि आप किसी पवित्र नदी में स्नान नहीं कर पाएं है तो घर पर अवश्य स्नान कर लें। स्नान करने के पश्चात् सूर्य अर्घ्य देना नहीं भूलें। ध्यान रहे स्नान से पहले तक कुछ बोले नहीं, मौन रहें। * आज अमावस्या पर श्मशान घाट या कब्रिस्तान में या उसके आस-पास नहीं घूमना चाहिए। दरअसल अमावस्या की रात सबसे घनी काली रात होती है और माना जाता है कि इस वक़्त बुरी आत्माएं या शक्तियां बहुत सक्रिय हो जाती है। * अमावस्या पर संयम बरतना चाहिए। इस दिन पुरुष और स्त्री को यौन संबंध नहीं बनाना चाहिए। वहीँ गरुण पुराण के मुताबिक, अमावस्या पर यौन संबंध बनाने से पैदा होने वाली संतान को आजीवन सुख नहीं प्राप्त होता है। * कहा जाता है अमावस्या के दिन घर में शांति का माहौल होना चाहिए तथा आज के दिन जिस घर में कलह का माहौल होता है वहां पितरों की कृपा नहीं होती है। * ज्योतिष के मुताबिक, आज के दिन लड़ाई-झगड़े एवं वाद-विवाद से बचना चाहिए। इसके अतिरिक्त आज के दिन कड़वे वचन तो बिल्कुल नहीं बोलने चाहिए। * अमावस्या के दिन पीपल की पूजा करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं हालाँकि शनिवार के अतिरिक्त अन्य दिन पीपल का स्पर्श नहीं करना चाहिए इसलिए पूजा करें मगर पीपल के वृक्ष का स्पर्श ना करें। इससे धन की हानि होती है। * अमावस्या के दिन शराब, मांस के सेवन इत्यादि से दूर रहना चाहिए। अधिक से अधिक समय तक मौन रहना चाहिए। बसंत पंचमी के दिन करें सरस्वती कवच का पाठ, दूर होंगी सारी अड़चनें ब्रह्म मुहूर्त में दिखे सपनों में दिख जाए ये चीजें, मतलब शुरू होने वाले है अच्छे दिन इन 3 चीजों का भूलकर भी न करें दान, वरना हो जाएंगे बर्बाद