सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र का खास महत्व है। वास्तु शास्त्र में घर के निर्माण से लेकर घर की वस्तुओं को किस दिशा में रखना चाहिए तक का वर्णन किया गया है। यदि हम वास्तु शास्त्र के बताए गए मार्गदर्शन पर चलते हैं, वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करते हैं तो किसी भी तरह का दोष हमारे जीवन में प्रभाव नहीं डालता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक, प्रातः के वक़्त हुई कुछ गलतियां घर में नकारात्मक ऊर्जा के संचार को बढ़ावा देती हैं तथा आदमी को बर्बादी के कगार पर ले आती हैं. 1. परछाई वास्तु शास्त्र के अनुसार, सुबह के वक़्त लोगों को परछाई नहीं देखनी चाहिए. इससे नकारात्मक फल प्राप्त होते हैं. सुबह स्वयं की परछाई देखना वास्तु में निषेध है. इससे मानसिक तनाव बढ़ता है. स्वभाव में नकारात्मकता आती है. व्यवहार में चिड़चिड़ापन तथा वाणी दोष बढ़ता है. आपका पूरा जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है. 2. आइना वास्तु के मुताबिक, किसी भी जातक को प्रातः उठते आइने में स्वयं को नहीं देखना चाहिए. इससे जीवन में समस्याएं बढ़ती हैं. यही कारण है कि वास्तु शास्त्र में शयन कक्ष में आइना किसी ऐसी जगह पर लगाने का प्रावधान नहीं है, जहां सुबह उठते ही उस पर दिखाई दिए. 3. जूठे बर्तन प्रातः उठते ही जूठे या गंदे बर्तन देखना भी अपशकुन माना जाता है. कहते हैं कि प्रातः जूठे बर्तन देखने से नकारात्मकता हावी हो जाती है. ऐसे लोग नौकरी-कारोबार में हमेशा पीछे रह जाते हैं. इन्हें उन्नति भी देरी से प्राप्त होती है. लाख प्रयासों के बावजूद इनके हाथ में पैसा नहीं टिकता है. उपाय:- प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में उठकर अपनी हथेलियों को देखें. मन ही मन ईश्वर की आराधना करें. मौन धारण करें. स्नानादि के बाद सूर्य को अर्घ्य अवश्य दें. इन राशि के लोगों के शुरू होने वाले है अच्छे दिन, बनी रहेगी मां लक्ष्मी की कृपा 500 साल बाद बनने रहे है संयोग, ये राशियां हो जाएगी मालामाल दांतों के बीच में गैप होना शुभ है या अशुभ? यहाँ जानिए