चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद पार्टी और चुनाव आयोग के बीच तनाव बढ़ गया है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग के खिलाफ कई आरोप लगाए और कानूनी कार्रवाई की धमकी भी दी है। चुनाव आयोग ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि पार्टी बिना सबूतों के निराधार बातें कर रही है। 1 नवंबर 2024 को कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर तीखी प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस ने लिखा कि आयोग का खुद को निर्दोष घोषित करना आश्चर्य की बात नहीं है। उन्होंने दावा किया कि आमतौर पर वे इस मुद्दे को आगे नहीं बढ़ाते, लेकिन आयोग के आक्रामक लहजे के कारण उन्हें जवाब देना पड़ा। कांग्रेस ने कहा कि उन्हें यह समझ नहीं आता कि चुनाव आयोग को कौन सलाह दे रहा है, लेकिन उन्हें लगता है कि आयोग अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को भूल रहा है। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग उनके प्रति सम्मान की कमी दिखा रहा है और उनके नेताओं पर निजी हमले कर रहा है। आयोग उनके नेताओं के साथ इज्जत से बात नहीं करता है। पार्टी ने कहा कि अगर आयोग अपनी निष्पक्षता को कमजोर कर रहा है, तो वह सही रास्ते पर नहीं है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर चुनाव आयोग ने अपने तरीके नहीं बदले, तो उन्हें कानूनी कदम उठाने पड़ेंगे। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने का भी आरोप लगाया और हरियाणा चुनाव में EVM की बैटरी चार्जिंग से जुड़ा मुद्दा उठाया। उनका कहना है कि आयोग के जवाबों से वे संतुष्ट नहीं हैं। इससे पहले, 29 अक्टूबर 2024 को चुनाव आयोग ने कांग्रेस के आरोपों को जवाब देते हुए कहा था कि चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्षता से कराने के लिए आयोग प्रतिबद्ध है। उन्होंने कांग्रेस को बिना आधार वाले आरोप लगाने से बचने को कहा और बताया कि ऐसे आरोप माहौल बिगाड़ सकते हैं। चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस द्वारा उठाए गए मुद्दों को पहले ही संतोषजनक जवाब दिया जा चुका है, खासकर EVM बैटरी और परिणाम अपडेट में देरी के संदर्भ में। 'बालासाहेब कहते थे कांग्रेस से दूर हो, लेकिन उद्धव..', शिंदे ने अब खोला राज़ NDA उम्मीदवार शाइना को उद्धव के सांसद ने कहा इम्पोर्टेड माल, दर्ज हुई FIR 'जनता को मुर्ख बनाने के लिए माफ़ी मांगे कांग्रेस..', खड़गे के कबूलनामे पर बोली भाजपा