वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा वातावरण परिवर्तन और परमाणु हथियारों को लेकर दिए गए बयानों के बाद ऐसा पहली बार हुआ है. गुरुवार को प्रतीकात्मक 'डूम्सडे क्लॉक' में वैज्ञानिकों ने 30 सेकेंड की कटौती की है. इसे देखकर कहा जा सकता है कि दुनिया में कयामत 30 सेकेण्ड पहले आएगी. गौरतलब है कि बुलेटिन ऑफ द अटॉमिक सांइटिस्ट्स एक गैर तकनीकी अकादमिक पत्रिका है जो परमाणु हथियारों,वातावरण परिवर्तन , बीमारियों की वजह से ग्लोबल सुरक्षा पर पड़ने वाले खतरों का अध्ययन करती है. इस पत्रिका की शुरुआत 1945 में हिरोशिमा और नागासाकी में परमाणु विध्वंस के बाद की गई थी. बता दें कि न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए गए लेख में डेविड टिटले ने बताया कि घड़ी के वक्त को बदलने के फैसले के पीछे डोनाल्ड ट्रंप अहम कारण थे. इस घड़ी की शुरुआत 1947 में की गई थी, जब से लेकर अभी तक इसमें 19 बार बदलाव किया जा चुका है. 1953 में इसके वक्त को आधी रात से दो मिनट पीछे कर दिया गया था, वहीं 1991 में आधी रात से 17 मिनट पहले कर दिया गया था. भारतीय मूल के उत्तम ढिल्लन बने ट्रम्प के विशेष क़ानूनी सलाहकार ट्रंप ने पूरा किया चुनावी वादा, यूएस-मेक्सिको की सीमा के बीच बनेगीं दीवार