पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंटर साइंस व आर्ट्स के खराब हुए रिजल्ट के बारे में कहा कि रिजल्ट क्यों खराब निकला , इस पर मंथन चल रहा है. इस मामले में शिक्षकों के साथ-साथ पदाधिकारियों की भी जिम्मेवारी तय की जायेगी और उन पर कार्रवाई भी की जायेगी. उल्लेखनीय है कि साेमवार को लोक संवाद कार्यक्रम के पश्चात प्रेस काॅन्फ्रेंस में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि स्कूलों की कमियों को दूर किया जायेगा. सरकारी व सरकार से अनुदान लेनेवाले स्कूल-कॉलेजों का रिजल्ट और ऐसे स्कूल, जहां का एक भी बच्चा पास नहीं कर पाया, उनकी सूची तैयार कर सबकी जानकारी ली जा रही है. यह देखा जा रहा है कि ऐसी स्थिति क्यों आई कि इन स्कूलों में एक भी बच्चा पास नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि सभी की अपनी-अपनी जवाबदेही होती है. जिसने अच्छी ड्यूटी नहीं निभायी होगी, उस पर कार्रवाई होगी. फिर चाहे शिक्षक हो या अधिकारी. बता दें कि मुख्यमंत्री ने कहा कि माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा को मजबूत करने के लिए शिक्षा विभाग को पिछले सप्ताह ही रोड मैप तैयार करने का निर्देश दिया गया है. इसके तहत स्कूलों में कमियां , शिक्षकों की कमी हैं, किस विषय के शिक्षक नहीं हैं, भविष्य में रिजल्ट बेहतर हो सके, इन बिंदुओं पर रोड मैप तैयार किया जाएगा. इंटर टॉपर गणेश कुमार के मामले में मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल के टॉपर घोटाले से इसकी तुलना नहीं की जा सकती.गणेश ने उम्र बदल कर परीक्षा दी. उस पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. उसे यह सुविधा देने वालों पर भी कार्रवाई होगी. परीक्षा का रिजल्ट कम होने पर सीएम ने कहा कि इंटर की कॉपियों के मूल्यांकन में संबंधित विषय के जानकारों को ही लगाया गया था. रिजल्ट का प्रतिशत कम होना कड़ाई का ही परिणाम है. अगली बार भी कदाचार मुक्त परीक्षा होगी और मूल्यांकन में भी कड़ाई बरती जायेगी. यह भी देखें परीक्षा में नहीं धांधली, जांच के बाद निलंबित किया गया टाॅपर का परीक्षा परिणाम बिहार में स्कूलों का परिणाम कमतर आने पर सुशील मोदी ने बताया CM नीतीश को जवाबदार