मुंबई: बंद होने की कगार पर खड़ी प्राइवेट एयरलाइन जेट एयरवेज का संकट गहराता ही जा रहा है. बीते बुधवार को जेट एयरवेज ने बैंकों द्वारा इमरजेंसी फंड की सहायता देने के मना के बाद अपनी सभी विमान सेवाएं अस्‍थायी रूप से बंद कर दी हैं. वहीं इस एयरलाइन के संकट का प्रभाव गुरुवार को शेयर मार्केट पर भी दिखाई दिया. कारोबार के दौरान जेट एयरवेज के शेयर लगभग 30 प्रतिशत तक टूट गए. इस कारण निवेशकों के 800 करोड़ से अधिक रुपए डूब गए हैं. गुरुवार को कारोबार की शुरुआत होने पर जेट एयरवेज का शेयर 217.70 रुपये के भाव पर खुला. कारोबार शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद जेट एयरवेज के शेयर में लगभग 30 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह 168.60 रुपये के भाव पर आ पहुंचा. इस भाव पर आते ही जेट एयरवेज का मार्केट कैपिटल महज 1916 करोड़ रह गया. इससे पहले मंगलवार को जेट एयरवेज का मार्केट कैपिटल 2749 करोड़ रुपये पर क्लोज हुआ था. इसका मतलब यह हुआ कि चंद मिनटों में निवेशकों की दौलत 833 करोड़ रुपये कम हो गई. आपको बता दें कि मंगलवार को जेट एयरवेज का शेयर 241.85 रुपये पर बंद हुआ था. 1 अक्‍टूबर 2018 को सेंसेक्‍स में जेट एयरवेज का शेयर 163 रुपये के भाव पर कारोबार करता पाया गया था. यह 52 सप्‍ताह का निम्न स्तर था. अगर एक साल के आंकड़ों पर ध्यान दें तो जेट एयरवेज के शेयर में 73 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई है. खबरें और भी:- आज पेट्रोल और डीजल के दामों में नहीं हुआ कोई बदलाव आयकर विभाग ने टीडीएस प्रमाण-पत्र को किया संशोधित आज महावीर जयंती के मौके पर बाजार बंद, कल से होगा नियमित कारोबार