डॉक्टर डेथ, लोगों ने और मीडिया ने उस सनकी डॉक्टर का यही नाम दिया था. आमतौर पर डॉक्टरों का काम लोगों की सेवा करना, उनका इलाज करना और उन्हें मौत के मुंह से बचाना होता है, लेकिन यह डॉक्टर तो खुद लोगों के लिए मौत बन गया था.जी हां, आज हम आपको ऐसे ही एक डॉक्टर के बारे में बता रहे हैं जो कि वह औरतों को जिंदा ही दफना देता था और किसी को कानों-कान खबर तक नहीं होती थी. इस सनकी डॉक्टर का नाम संतोष पोल है.वह छह कत्ल का आरोपी है, जिसमें पांच महिलाएं और एक पुरुष है.वह महाराष्ट्र के सतारा जिले में डोम नामक जगह पर रहता था और वही पास में ही एक अस्पताल में काम करता था.साल 2016 में उसे मुंबई के दादर से गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे, जिसे सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई थी. मामले की शुरुआत कुछ इस प्रकार होती है कि जून 2016 में सतारा के वाई नामक जगह से 49 वर्षीय आंगनबाड़ी शिक्षिका मंगला जेधे अचानक गायब हो गई, जिसके बाद उसके घरवालों ने शक जताया कि इसमें डॉक्टर संतोष पोल का हाथ है.चूंकि संतोष पोल एक भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता भी था और मंगला जेधे के घरवालों ने जिस पुलिस थाने में उसकी खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी, वहां के इंचार्ज के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला उसने उजागर किया था, इसलिए पुलिस भी उसके ऊपर हाथ डालने से कतरा रही थी.लेकिन बाद में जब दबाव बढ़ा तो पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए थाने बुलाया. पूछताछ में डॉक्टर संतोष पोल ने पुलिस को ही घुमा दिया और कहा कि मंगला जेधे के गायब होने में उसका कोई हाथ नहीं है.चूंकि पुलिस के पास उसके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं थे, इसलिए उसे छोड़ दिया गया.इसके बाद पुलिस ने मंगला जेधे के मोबाइल लोकेशन की जांच की तो पता चला कि उसका मोबाइल ज्योति मांद्रे नामक एक नर्स के पास है.ज्योति डॉक्टर संतोष पोल के साथ ही काम करती थी.इसके बाद पुलिस ज्योति को पूछताछ के लिए थाने लेकर आई.पूछताछ में ज्योति ने बताया कि डॉक्टर संतोष पोल ने मंगला जेधे का खून कर दिया है और उसे अपने फार्महाउस में ही दफना दिया है. डॉक्टर संतोष पोल को सतारा लाया गया और पूछताछ शुरू हुई, जिसमें उसने बताया कि वह अब तक छह लोगों को मार चुका है, जिसमें पांच महिलाएं और एक पुरुष है.उसने सबसे पहला कत्ल साल 2003 में किया था.उसने बताया कि वह लोगों को पहले अपने फार्महाउस पर इलाज के बहाने बुलाता था और फिर उन्हें एक ऐसा इंजेक्शन दे देता था, जिससे उनका शरीर काम करना बंद कर देता था.हालांकि इस दौरान वो जिंदा ही होते थे.इसके बाद वो उन्हें अपने फार्महाउस में ही पहले से खोदे गए गड्ढे में दफना देता था और ऊपर नारियल का एक पेड़ लगा देता था, ताकि किसी को कोई शक न हो. नीलाम हुए नाइकी ब्रांड के 47 साल पुराने स्नीकर 'मून शू', कीमत सुनकर खो देंगे होश मोबाइल-इंटरनेट से बढ़ रहीं दूरियों को कम करने के लिए इस गांव के लोगों ने खोजा अनोखा तरीका दुल्हन ने अपनी शादी में मेहमानों से माँगा कुछ ऐसा, जिसे खुद की बहन ही नहीं हुई शामिल