केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि बेहतर परिणाम हासिल करने के लिए देशभर में चिकित्सा, वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकी समुदायों को संगठित करके संस्थागत बनाया जाना चाहिए. तिरुवनंतपुरम में श्री चित्रा तिरुनल चिकित्सा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में चार प्रमुख परियोजनाओं का आरम्भ करने पहुंचे हर्षवर्धन ने कहा कि स्थ्य क्षेत्र में काम करने वाले श्री चित्रा जैसे संस्थानों को 'स्वस्थ भारत के लिए मेक इन इंडिया' की दिशा में संरेखित किया जाना चाहिए.' उन्होंने यहांएक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि खासकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में आयात के काफी कम विकल्प मौजूद है. हमें जरूरत है कि इस क्षेत्र में नए विकल्पों को जन्म देने की जरूरत है. डॉ हर्षवर्धन के मुताबिक, 'पिछले तीन-चार वर्षों के दौरान देश ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बेशुमार प्रगति की है और वैज्ञानिक अनुसंधान पर फंडिंग इस अवधि में तीन गुनी हो गई है.' इस दौरान उन्होंने बताया कि चिकित्सा एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में फंडिंग का ग्राफ तीन गुना बढ़ा है. इस क्षेत्र में काफी फंड इन्वेस्ट किया गया है. मोटोरोला का यह दमदार स्मार्टफोन इस नए रूप में हुआ लॉन्च इस वेबसाइट से 2000 कम में खरीदें Honor 7C इस प्रकार बेहद सस्ते में खरीदें ओप्पो RealMe 1