डॉ सहाद उल्लाह ने इलाज कराने गई प्रेगनेंट महिला के प्राइवेट पार्ट की तस्वीरें खींची और फिर..

गुवाहाटी: असम के गुवाहाटी के नाजिरा गेलेकी प्राइमरी हेल्थ सेंटर में एक प्रेगनेंट महिला के निजी अंगों की फोटो खींचकर उसे लीक करने का मामला प्रकाश में आया है। रिपोर्ट के अनुसार, लक्ष्मीजन टी क्षेत्र की एक गर्भवती महिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सहाद उल्लाह के पास इलाज के लिए भर्ती हुई थी। लेकिन, डॉक्टर सहाद उल्लाह ने महिला के प्राइवेट पार्ट की तस्वीरें खींच ली। इसके बाद ये फोटो हेल्थ सेंटर के ग्रुप में डाल दी। धीरे-धीरे ये तस्वीरें वीडियो सोशल मीडिया पर फैल गई।

 

जब लोगों को इस बारे में पता चला, तो डॉ सहाद उल्लाह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन होने लगा। हेल्थ सेंटर की आशा वर्कर्स ने घटना के खिलाफ प्रदर्शन किया। एक आशा वर्कर ने जानकरी दी है कि डॉ सहाद उल्लाह ने गर्भवती महिला की फोटोज लेकर इसे वायरल किया, जिससे पूरे महिला समुदाय का तिरस्कार हुआ है। इस संबंध में आशा वर्करों ने एक मेमोरेंडम ज्वाइंट डायरेक्ट्रेट ऑफ हेल्थ को भी सौंपा है, ताकि इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। दूसरी तरफ असम टी ट्राइब स्टूडेंट एसोसिएशन ने डॉ सहाद उल्लाह के खिलाफ गेलेकी पुलिस थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करवा दी है। उन्होंने इसे मेडिकल एथिक्स का उल्लंघन बताते हुए डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है।

उधर, ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन ने डॉक्टर की शर्मनाक हरकत की निंदा करते हुए उसे फौरन अरेस्ट करने की माँग की है। उन्होंने बताया कि घटना तब उजागर हुई, जब क्लिप वायरल हुई। उन्होंने कहा कि इस मामले में सिर्फ पुलिस ही इस मामले में पीड़ित को इंसाफ दिला सकती है। महिला के पति ने भी डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

डॉक्टरों ने नशे का इंजेक्शन देकर किया गैंगरेप:-

बता दें कि, इससे पहले यूपी के गाजियाबाद के खोड़ा में महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किए जाने का मामला सामने आया था। इनमें से एक डॉ शाकिब को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था, जबकि उसका साथी डॉ मोहम्मद जकी फरार है।  दरअसल, इन डॉक्टरों ने महिला को नशे का इंजेक्शन देकर उसके साथ गैंगरेप किया था। जब महिला होश में आई तो वो उसके शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था। उसने सवाल पूछे तो पता चला कि डॉ शाकिब ने महिला की अश्लील वीडियो बना लिया है और महिला ने मुँह खोलने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दे दी।

बरेली से भी सामने आई थी हैरान करने वाली घटना:-

बता दें कि, कुछ दिन पहले यूपी के ही बरेली में स्थित  डॉक्टर एम खान अस्पताल से एक हैरान करने वाला मामला प्रकाश में आया। यहाँ एक पिता हरिमोहन यादव अपने 3 वर्षीय बेटे का इलाज कराने आए थे, जिसे बोलने में समस्या थी। किसी ने हरिमोहन को बताया कि, जीभ की सर्जरी करवाने से बच्चा अच्छे से बोलने लगेगा। इसी आस में हरिमोहन बच्चे को लेकर डॉक्टर एम खान अस्पताल पहुंचे। लेकिन, वहां डॉ जावेद ने बच्चे की जीभ का ऑपरेशन करने की बजाए उसका खतना कर दिया। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि, बच्चे के पिता ने खुद खतना की लिखित सहमति दी थी, इस पर हरिमोहन बताते हैं कि, अस्पताल वाले बेटे के इलाज के लिए अंग्रेजी में लिखा एक पर्चा लेकर आए थे, मुझे अंग्रेजी नहीं आती, लेकिन मैंने इलाज का समझकर दस्तखत कर दिए, मुझे नहीं पता कि उन लोगों ने खतना करने वाले कागज़ पर मेरे हस्ताक्षर लिए हैं, मैं तो वहां अपने 3 वर्षीय बेटे की जीभ का इलाज करवाने गया था। इस मामले में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया है और जांच जारी है। 

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