नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने आज सुबह 10.30 बजे ओडिशा के तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR), चांदीपुर से नई पीढ़ी की आकाश (AKASH-NG) मिसाइल का सफल उड़ान परीक्षण किया है। उड़ान परीक्षण बहुत कम ऊंचाई पर उच्च गति वाले मानवरहित हवाई लक्ष्य के विरुद्ध आयोजित किया गया था। उड़ान परीक्षण के दौरान, हथियार प्रणाली द्वारा लक्ष्य को सफलतापूर्वक रोका गया और नष्ट कर दिया गया। रक्षा मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा, इसने स्वदेशी रूप से विकसित रेडियो फ्रीक्वेंसी सीकर, लॉन्चर, मल्टी-फंक्शन रडार और कमांड, कंट्रोल और संचार प्रणाली के साथ मिसाइल से युक्त संपूर्ण हथियार प्रणाली के कामकाज को मान्य किया है। सिस्टम प्रदर्शन को आईटीआर, चांदीपुर द्वारा तैनात कई रडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम द्वारा कैप्चर किए गए डेटा के माध्यम से भी मान्य किया गया था। उड़ान परीक्षण को DRDO , भारतीय वायु सेना (AIF), भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL), और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के वरिष्ठ अधिकारियों ने देखा। आकाश-एनजी प्रणाली एक अत्याधुनिक मिसाइल प्रणाली है जो उच्च गति, फुर्तीले हवाई खतरों को रोकने में सक्षम है। सफल उड़ान परीक्षण ने उपयोगकर्ता परीक्षणों का मार्ग प्रशस्त कर दिया है। आकाश-एनजी प्रणाली एक अत्याधुनिक मिसाइल प्रणाली है जो उच्च गति, फुर्तीले हवाई खतरों को रोकने में सक्षम है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उड़ान परीक्षण के लिए डीआरडीओ, आईएएफ, पीएसयू और उद्योग की सराहना की है। उन्होंने कहा, "प्रणाली के सफल विकास से देश की वायु रक्षा क्षमताओं में और वृद्धि होगी।" रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने भी आकाश-एनजी के सफल उड़ान परीक्षण से जुड़ी टीमों को बधाई दी। 'भारत के युवाओं का चरित्र उनकी प्रतिबद्धता पर टिका है', नासिक में बोले PM मोदी 'राम हमारे आराध्य, हम उनके वंशज..', इधर हाईकमान ने ठुकराया निमंत्रण, उधर पार्टी नेता इमरान मसूद ने कर दिया बड़ा दावा 'मेरी मां जीवन के अंत तक माला जपते हुए सीता-राम...', राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा से पहले भावुक PM मोदी