पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार बीते बहुत वक़्त से शराबबंदी के अपने निर्णय को बरकरार रखने के मसले पर घिरे हैं। दरअसल, हाल ही में बिहार के कई जिलों में अवैध शराब पीकर व्यक्तियों की मौत होने की बातें सामने आई हैं। इसे लेकर विपक्ष निरंतर नीतीश पर हमलावर है। इस बीच अब नीतीश सरकार ने शराबबंदी को कामयाब बनाने के लिए जो रणनीति बनाई है, उसमें ड्रोन्स एवं कुत्तों को सम्मिलित किया गया है। वही नीतीश कुमार ने आबकारी विभाग के अफसरों से बोला है कि वे शराबबंदी के प्रोटोकॉल को तोड़ने वालों को पकड़ने के लिए ड्रोन्स एवं ट्रेन्ड कुत्तों के उपयोग की संभावनाओं को तलाशे। सूत्रों के अनुसार, नीतीश ने कहा है कि उल्लंघनकर्ताओं पर कड़ाई बरतने के लिए पुलिस को डॉग स्कवाड तथा मोटरबोट्स का उपयोग आरम्भ करना चाहिए। गौरतलब है कि बिहार में शराब की बिक्री तथा खपत पर अप्रैल 2016 से ही पाबंदी लागू है। बिहार में यह पाबंदी नीतीश कुमार ने 2016 के चुनाव जीतने के पश्चात् लगाए थे। तब नीतीश का कहना था कि प्रदेश की महिलाओं ने उनसे शराब की दुकानों को लेकर शिकायत की थी तथा उनका यह निर्णय इन महिलाओं की मांग के मद्देनजर था। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में इन पाबंदियों के कारण शराब के अवैध व्यापार को बढ़ावा मिला है। इसके अतिरिक्त नकली शराब पीने से व्यक्तियों की मौत होने की भी कई घटना सामने आई हैं। दिसंबर 2021 के पश्चात् से अब तक प्रदेश में नकली शराब पीने से 50 से अधिक व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। इसके लिए प्रदेश सरकार को लोगों की नाराजगी का भी सामना करना पड़ा था। 'गुजरात में रहते समय कांग्रेस ने मुझपर क्या-क्या जुल्म किए, भूल नहीं सकता..', सदन में गरजे पीएम मोदी क्या आप भी बनना चाहते हैं कांग्रेस उम्मीदवार? तो ऐसे करें आवेदन 'अगर शिक्षा के लिए हिजाब जरुरी, तो कांग्रेस शासित राज्यों में इसे अनिवार्य कर दें राहुल गांधी'