पेइचिंग। अभी तक तो आप भारत के पंजाब प्रांत में बढ़ते नशे के चलन व इसके कारोबार को जानकर परेशान हो रहे थे। आप सोच रहे होंगे कि, पंजाब में बड़े पैमाने पर नशे का धुंआ उड़ रहा है लेकिन, अब आपको यह जानकर हैरानी होगी कि, मोबाईल तकनीक के लिए जाना जाने वाला चीन, स्कूलों में बढ़ने वाले बच्चों में ड्रग्स की लत से परेशान है। यहां के स्कूलों में बड़े पैमाने पर बच्चे ड्रग्स ले रहे हैं। इस बात की जानकारी जब बच्चों के पैरेंट्स को मिली तो वे विरोध जता रहे हैं। अभिभावकों का आरोप है कि, आरवाईबी एजुकेशन न्यू वल्र्ड किंडरगार्डन नामक शैक्षणिक संस्थान बच्चों को ऐसी गोलियां सेवन करने के लिए देता था, जिससे उन्हें नशे की लत पड़ गई। गौरतलब है कि चीन के 300 शहरों में इस संस्थान की शाखाऐं हैं जो कि, स्कूल संचालित करती हैं। अब जानकारी मिलने पर पुलिस ने जांच प्रारंभ कर दी है। प्रारंभिकतौर पर जानकारी सामने आई है कि, प्री स्कूल में अध्ययन करने वाले बच्चों के शरीर पर सुई के निशान दिखाई देने लगे हैं। कंपनी ने अपने एक बयान में कहा है कि, इस तरह के आरोप आने के बाद संस्थान से शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। ये वे शिक्षक हैं जिनके नाम इस तरह के आरोपों के बीच लिए गए हैं। अभिभावकों का कहना है कि, बच्चों के शैतानी करने पर सजा के तौर पर उन्हें इस तरह की गोलियां दे दी जाती थीं। हालांकि विद्यालय संस्थान ने अभिभावकों के आरोपों को नकार दिया है। जर्मनी में पुरुष नर्स ने 106 मरीजों को मौत के घाट उतारा बोनी की मौत की असली वजह ड्रग्स ओवरडोज़ कॉन्डम में छिपाकर कर रहा था ड्रग्स तस्करी ऐसे खराब करता है नशा आपकी सेक्स लाइफ को