टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का सड़क दुर्घटना की वजह से देहांत हो गया है। मुंबई से सटे पालघर में कासा के पास मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर यह दुर्घटना हुई है। खबरों का कहना है कि मिस्त्री की मर्सिडीज कार रोड डिवाइडर से जाकर टकरा गई। कार में कुल 4 लोग सवार थे। इस एक्सीडेंट में मिस्त्री सहित दो लोगों की जान चली गई है। दुर्घटना के उपरांत मिस्त्री को हॉस्पिटल ले जाया गया था, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। कुछ समय पहले ख़बरें थी कि TATA ग्रुप के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा ने साइरस मिस्त्री को हटाए जाने के पीछे की असली वजह का खुलासा किया था। उन्होंने बोला है कि ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री को इसलिए हटाया गया क्योंकि उनसे रिश्ते निरंतर बिगड़ते चले जा रहे है और उनसे समझौते के तमाम प्रयास नाकाम हो चुके थे। उन्होंने यह भी कहा कि मिस्त्री को इस्तीफे का अवसर भी दिया गया था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इंकार कर दिया। रतन टाटा ने बुधवार को शेयर होल्डर्स को लिखे एक पत्र में ये बातें कही हैं। गौरतलब है कि 24 अक्टूबर को साइरस मिस्त्री को टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद से हटाया, इसके उपरांत उन्हें TCS और TATA ग्लोबल बेवरेज के चेयरमैन पद से भी हटा दिया था। शेयर होल्डर्स को लिखे पत्र में रतन टाटा ने क्या कहा: रतन टाटा ने कहा है कि मिस्त्री को इसलिए हटा दिया था, क्योंकि TATA ग्रुप की लीड करने के लिए उन पर और उनकी क्षमताओं पर विश्वास खत्म हो चुका था। उन्होंने बोला था कि मिस्त्री को चेयरमैन पद से इस्तीफा देने का अवसर दिया गया था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने इस बात को भी नकार दिया और बोला था कि यह निर्णय बोर्ड की ओर से लिया जाना चाहिए। दरअसल मिस्त्री ने टाटा ग्रुप की ओर से चेयरमैन पद से हटाए जाने के तरीके पर प्रश्न खड़े किए थे। वहीं रतन टाटा ने शेयरहोल्डर्स से EGM में टाटा ग्रुप के उस प्रस्ताव पर सपोर्ट मांगा है, जिसमें मिस्त्री को हटाने की गुजारिश भी की है। साइरस मिस्त्री ने टाटा ग्रुप की गतिविधियों पर नियंत्रण हासिल करने के आरोप को नकारा: टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाए जा चुके साइरस मिस्त्री के रतन टाटा के विरुद्ध हमलावर तेवर देखने ले लिए मिले। उन्होंने रतन टाटा का नाम लिए बगैर बोला है कि आवेग से वशीभूत कुछ लोगों ने समूह को नियम-कानूनों के गंभीर उल्लंघन की ओर धकेला था। वह प्रमोटर कंपनी टाटा संस के अंतरिम चेयरमैन के मनमाने फैसलों से समूह को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। मिस्त्री ने इस तरह के इल्जाम को भी खारिज किया कि वह सभी TATA ग्रुप की गतिविधियों पर नियंत्रण हासिल करने का प्रयास कर रहे थे। सोमवार को मिस्त्री ने टाटा ट्रस्टों में मनमानी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सरकार से हस्तक्षेप की मांग की थी। मीडिया में मिस्त्री का बयान आने के कुछ ही समय के उपरांत टाटा संस ने पलटवार किया। उसने बोला है कि कंपनी में व्यवस्था की मशीनरी टूटने की बात सरासर गलत है। अलबत्ता साइरस कॉरपोरेट गवर्नेस के नियमों का उल्लंघन भी कर रहे है। आखिर कौन थे साइरस मिस्‍त्री, जिन्होंने संभाली थी टाटा संस की कमान नहीं रहे टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री विश्व के तीसरे सबसे रईस व्यक्ति गौतम अडानी को मिलेगा अंतर्राष्ट्रीय सम्मान, जेफ बेजोस पा चुके हैं ये अवार्ड