नागपुर: महाराष्ट्र के 3 विभिन्न डिस्ट्रिक्स में कोरोना संक्रमण से जंग लड़ते हुए तीन डॉक्टर्स अपनी जिंदगी की जंग हार गए. अकोला, बुल्ढाना और भुसावल जिले में शुक्रवार के दिन हुई इन बाल चिकित्सकों की मृत्यु में एक बात कॉमन रही कि डॉक्टर्स के हेल्थ में बहुत तेजी से गिरावट नजर आई. प्रदेश में कोरोना वायरस के कुल केस सात लाख 64 हजार 281 हो गए हैं. केंद्र सरकार के डेटा के मुताबिक प्रदेश में 292 स्वास्थ्य कर्मियों ने इस घातक बीमारी से दम तोड़ा है. प्रदेश सरकार के आंकड़ों के मुताबिक अब 26 डॉक्टर्स कोरोना महामारी का शिकार हो गए हैं. इन 3 डॉक्टर्स में से एक गवर्नमेंट तथा बाकी के 2 प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले थे. अकोला डिस्ट्रिक्ट में डॉक्टर विवेक फड़के (55) बीते 5 महीनों से मुर्तिजापुर में कोविड केयर सेंटर के मुख्य चिकित्सा अफसर के तौर पर कार्यरत थे. कोरोना वायरस की वजह से एडमिट कराने के 44 घंटे के भीतर ही उनकी मृत्यु हो गई. बता दें बुल्ढाना डिस्ट्रिक्स में प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले 37 वर्षीय डॉक्टर गोपाल क्षीरसागर की भी मृत्यु हो गई. वह जनेफल टाउन क्षेत्र में अस्पताल चलाते थे. वह पांच अगस्त को औरंगाबाद के प्राइवेट अस्पताल में एडमिट हुए थे. ऐसा ही मामला भुसावल से सामने आया है. यहां 'गरीबांचे डॉक्टर' नाम से मशहूर डॉक्टर उमेश मनोहर खानापुरकर की मृत्यु कोरोना के कारण हो गई. ग्यारह अगस्त को कोरोना पॉजिटिव पाए गए खानापुरकर को मुंबई के प्राइवेट अस्पताल में एडमिट कराया गया था. वहीं, महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के केस बढ़कर सात लाख के पार पहुंच गए है. मध्यप्रदेश के 394 गाँवों में बाढ़ ने मचाई तबाही, सीएम शिवराज ने पीएम मोदी से की बात मप्र उपचुनाव: सिंधिया और दिग्विजय की टीम में टक्कर, ग्वालियर-चम्बल में हलचल तेज़ 'सीएम योगी की सुरक्षा में तैनात 4 पुलिसकर्मियों को हुआ कोरोना, मचा हड़कंप