कोरोना के कारण ट्रैन यात्रियों को उठाना पड़ रहा है भारी खामियाजा, अब तक शुरू नहीं हुई ये सेवा

नई दिल्ली: भारतीय रेल की यात्रा बुजुर्ग लोगों समेत उन तमाम व्यक्तियों के लिए सुखद साबित नहीं हो रही है, जो लोग कोरोना महामारी से पहले रियायती टिकट के पात्र हुआ करते थे। भारतीय रेलवे कोरोना काल के चलते बंद की गई कई प्रकार की यात्री सुविधाएं बहाल तो कर रहा है, मगर रेल यात्रियों को प्राप्त होने वाली रियायतें अब भी नहीं प्राप्त हो रहीं है। 

हालांकि, भारतीय रेलवे ने दिव्यांग एवं रेलवे पास धारकों को प्राप्त होने वाली रियायत की सुविधा आरम्भ कर दी है किन्तु बुजुर्ग लोग, खिलाड़ी, परीक्षार्थी, जर्नलिस्ट, गंभीर बीमारियों से ग्रसित बीमार व्यक्ति, समेत लगभग 4 दर्जन से अधिक श्रेणी में प्राप्त होने वाली किराए में छूट की सुविधा बहाल नहीं हुई हैं, जिसको लेकर किराए में छूट की सुविधा पाने वाले पात्र रेल यात्रियों की नजरे रेल मंत्रालय की ओर टिकी हुई है।

दरअसल, ज़ब देश मे कोरोना की पहली लहर ने दस्तक दी तो वायरस के फैलाव को रोकने के लिए पूरे भारत में लॉकडाउन तो लगाया ही गया था। साथ ही साथ ट्रेनों का परिचालन भी रोक दिया गया था। जब कोरोना की लहर शांत पड़ी तो भारतीय रेलवे ने आहिस्ता-आहिस्ता ट्रेनों का परिचालन बहाल करना आरम्भ कर दिया। साथ ही, दिव्यांग एवं रेलवे पास धारकों को भी किराये में प्राप्त होने वाली छूट की सुविधा बहाल कर दी। उधर, बहुत दिनों तक ट्रेनों को विशेष श्रेणी में चलाया गया। इन विशेष ट्रेनों में यात्रा के लिए रेल यात्रियों को 20% से 30% ज्यादा किराए का भुगतान करना पड़ता था, किन्तु यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रेलवे ने विभिन्न ट्रेनों से का टैग हटा लिया। रेलवे के इस फैसले के पश्चात् यात्रियों को बहुत राहत हुई।

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