सरधना थाना क्षेत्र के मुल्हेड़ा गांव में बुधवार रात चुनावी रंजिश के चलते 2 पक्षों में पथराव व दर्जनों राउंड फायरिग शुरू कर दी गई। जिसमें चार लोग जख्मी हो गए। जंहा जानकारी मिलते ही पुलिस पहुंची और पुलिस को देख आरोपित घटना स्थल से भाग निकले। पुलिस ने जख्मियों का सीएचसी में इलाज़ करवाया। खबर लिखे जाने तक कोई तहरीर नहीं मिली। गांव मुल्हेड़ा निवासी साजिद व नफीस में ग्राम पंचायत चुनाव में किसी एक को वोट देने को लेकर तनातनी शुरू हो गई थी। जिसके चलते गुरुवार दोपहर को दोनों पक्ष आमने-सामने आए थे। जिसके उपरांत दोनों पक्षों में लाठी-डंडे चले थे और पथराव भी किए गए। दोनों पक्षों ने थाने में जाकर एक-दूसरे पर इलज़ाम लगाकर इस बात का बयान दिया गया था। जिसमें पुलिस ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया था। ग्रामीणों ने कहा कि गुरुवार देर शाम दोनों पक्षों के लोग छतों पर खड़े थे। और इस बात कि सूचना पुलिस को भी दी थी। रात करीब 9 बजे फिर से दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और पथराव व फायरिग हुई। जिसमें नफीस पक्ष से खालिद पुत्र अलीहसन, हसरत, अलीहसन पुत्र सद्दीक, नाजिम जाखि हो गए। सीओ आरपी शाही ने बताया कि इस केस में कुलदीप प्रधान, पूर्व प्रधान के भाई व नफीस सहित कई को हिरासत में लिया है। फायरिग भी हुई है। करीब 2 तीन लोगों को डंडे से चोट आई है। जिसमें वह जख्मी हो गए है। शाम होती कार्रवाई तो रात को नहीं भिड़ंते दोनों पक्ष: जंहा इस बात का पता चला है कि सरधना देहात के कुछ गांव अतिसंवेदनशीन है। जहां मामूली कहासुनी पर ही दो पक्ष आपस में भीड़ गए थे। दोनों पक्षों ने तहरीर दे दी थी। अगर पुलिस वक़्त रहते कार्रवाई करती तो रात को दोनों पक्ष आपस में नहीं आमने-सामने आते। 61 दिन बाद भक्तों के लिए खुला सोमनाथ मंदिर, द्वारका-पावागढ़ में भी शुरू हुए दर्शन 'जब कोरोना में चुनाव हो सकते हैं तो जनगणना क्यों नहीं ?' केंद्र से जीतनराम मांझी का सवाल पीएम मोदी से मुलाकात कर बेहद खुश हुए सीएम योगी, ट्वीट कर कही ये बात