कोलकाता: पश्चिम बंगाल में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को लेकर टकराव जारी है। शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा, आरएसएस और उससे जुड़े संगठनों को चेताया कि दुर्गा पूजा और मुहर्रम के दौरान सांप्रदायिक हिंसा फैलाने की कोई कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।साथ ही प्रतिमा विसर्जन वाले दिन किसी भी संगठन को हथियारों के साथ जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि ममता ने राज्य सचिवालय में तुष्टिकरण के विपक्ष के आरोपों को खारिज कर कहा कि यह तुष्टिकरण नहीं, बल्कि प्रशासन है।सरकार ने बीते 5 वर्षों से दुर्गा पूजा और मुहर्रम के एक साथ होने वाले आयोजनों को अच्छे से निपटाया है, लेकिन उन्होंने कुछ राजनीतिक दलों पर बंगाल के खिलाफ साजिश करने और कुप्रचार करने का आरोप लगाया।राज्य में लगभग 30 फीसदी मुस्लिम आबादी आजादी के बाद से ही सांप्रदायिक सौहार्द के साथ रह रहे हैं। बता दें कि बजरंग दल ने राज्य में हथियारों के साथ जुलूस निकालने और शस्त्र पूजा करने की घोषणा की है। इसके पूर्व संगठन ने गत 5 अप्रैल को रामनवमी के दिन सशस्त्र जुलूस निकाला था। हालाँकि मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पुलिस ऐसे मामलों में सख्ती से निपटेगी। जबकि आरएसएस ने कह दिया है कि वह हथियारों के साथ जुलूस नहीं निकालेगा, लेकिन शस्त्र पूजा की योजना बनाई है।संघ के दक्षिण बंगाल शाखा के सचिव जिष्णु बासु ने कहा कि शस्त्र पूजा दुर्गा पूजा का अभिन्न हिस्सा है, जिससे सीएम अनजान है। जानिए क्या चल रहा है हमारे देश की राजनीती में, पढिये राजनीतिक पार्टी से जुडी ताज़ा खबरें