आप सभी को बता दें कि धार्मिक ग्रंथो एवं पुराणों में दुर्वा घास को बहुत ही चमत्कारिक माना गया है. इसी के साथ कहते हैं सफेद गाय का दूध तथा दुर्वा घास को मिलाकर उसका तिलक करने से भी धन का योग बनता है तथा व्यक्ति को धन प्राप्ति होती है. जी हाँ, यह उपाय अगर आप हर दिन करते हैं तो आप धीरे धीरे अमीर बन जाते हैं. जी दरअसल एक कथा के अनुसार, ''यह समुद्र मंथन से मिली थी, अतः यह लक्ष्मी जी की छोटी बहन है. दूर्वा गणेश जी को प्रिय है. वाल्मिकी रामायण में श्री राम जी का रंग दुर्वा की तरह बताया गया है. पंचदेव उपासना में दुर्वा का महत्वपूर्ण स्थान है. यह गणपति और दुर्गा दोनों को अतिप्रिय है.'' इसी के साथ पुराणों में भी एक कथा है कि ''पृथ्वी पर अनलासुर राक्षस के उत्पात से त्रस्त ऋषि-मुनियों ने इंद्र से रक्षा की प्रार्थना की. इंद्र भी उसे परास्त न कर सके. देवतागण शिव के पास गए. शिव ने कहा इसका नाश सिर्फ गणेश ही कर सकते हैं. देवताओं की स्तुति से प्रसन्न होकर श्रीगणेश ने अनलासुर को निगल लिया. जब उनके पेट में जलन होने लगी तब ऋषि कश्यप ने 21 दुर्वा की गांठ उन्हें खिलाई और इससे उनकी पेट की ज्वाला शांत हुई.'' जी दरअसल ऐसा बताया जाता है दुर्वा गहनता और पवित्रता की प्रतीक है और इसे देखते ही मन में ताजगी और प्रफुल्लता का अनुभव होता है. वहीं कहते हैं शाक्तपूजा में भी भगवती को दुर्वा अर्पित की जाती है और दूर्वा को घर में लगाने से सुख समृद्धि बानी रहती है. आपके नहाने का समय बता सकता है आपकी श्रेणी इंसान है या राक्षस घर में सुख और समृद्धि ला सकते हैं यह वास्तु टिप्स, आज ही अपनाए सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या पर पितृदोष खत्म करने के लिए करें यह उपाय