आप सभी जानते ही हैं कि हर साल दशहरे का त्यौहार मनाया जाता है और इस दिन रावण का दहन होता है. ऐसे में आप सभी को बता दें कि पुराणों में बताया गया है कि रावण के कुछ सपने थे जो बहुत विचित्र थे और वह उन्हें पूर्ण करना चाहता था. अब आज हम आपको उन्ही सपनों के बारे में बताने जा रहे हैं. * कहा जाता है रावण बेहद काला था इसलिए वह मानव प्रजाति में जितने भी लोगों का रंग काला है उन्हें गोरा करना चाहता था ताकि काले रंग के कारण को भी उन काले पुरुषों का अपमान न कर सके. * कहते हैं रावण ने कई युद्ध लड़े और जीत लिए लेकिन कई युद्ध में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा लेकिन रावण बाली को हमेशा हराने का सपना देखता था जो अधूरा ही रह गया कहा जाता है. कहते हैं बाली ने रावण को पराजित किया था और वह उसे अपने बाजू में दबाकर समुद्रों की परिक्रमा भी किया करता था. * कहते हैं रावण चाहता था कि सोने में सुगंध हो इसी के साथ ही वह दुनियाभर के सोने पर खुद कब्जा जमाना चाहता था. वहीं सोना खोजने में कोई परेशानी नहीं हो इसलिए वो सोने में सुगंध डालना चाहता था. * कहते हैं रावण खून का रंग बदलने की चाह रखता था और वह चाहता था कि खून का रंग लाल की बजाय सफेद हो जाए उसने युद्ध में कई निर्दोष लोगों का खून बहाया था इससे धरती खून से लाल हो गई थी इसलिए वह चाहता था कि खून का रंग सफेद हो जाए ताकि पानी के साथ मिलकर उसके अत्याचार छुप जाए. * कहा जाता है रावण स्वर्ग तक सीढ़ियां लगवाना चाहता था क्योंकि वह सोचता था लोग भगवान को पूजने और अच्छे करने के बजाय उनकी अराधना शुरू करें ताकि उन्हें स्वर्ग की प्राप्ति हो सके. * कहते हैं वहीं रावण मदिरा प्रेमी था इसलिए उसका सपना था कि वह मदिरा की दुर्गंध मिटा दें ताकि उसके मुँह से बदबू ना आए. * कहते हैं रावण समुद्रों का पानी मीठा करना चाहता था वह भगवान की पूजा के भी खिलाफ था. दशहरा 2019 : श्री राम करने वाले थे अपना एक नेत्र मां को अर्पण, फिर हुआ कुछ ऐसा 8 अक्टूबर को है दशहरा, जानिए क्यों मनाते हैं यह त्यौहार 40 फ़ीट की जूती और 24 फ़ीट की मूछें, ये है देश का सबसे बड़ा रावण