दशहरा 2019 : श्री राम करने वाले थे अपना एक नेत्र मां को अर्पण, फिर हुआ कुछ ऐसा

हमारे महान देश भारत वर्ष में बहुत सारे त्यौहार मनाये जाते है. जिसमें किसी न किसी रूप में बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश मिलता है. लेकिन असल में जिस त्यौहार को इस संदेश के लिये जाना जाता है वह है दशहरा. जिसे दीवाली से बीस दिन पहले मनाया जाता है.

मध्यप्रदेश: पुल की रैलिंग तोड़कर नदी में जा गिरी यात्री बस, 6 की मौत, कई घायल

पंचाग के अनुसार आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी को विजयदशमी अथवा दशहरे के रुप में देशभर में मनाया जाता है. दशहरा हिंदूओं के प्रमुख त्यौहारों में से एक है. यह त्यौहार भगवान श्री राम की कहानी तो कहता ही है जिन्होंनें लंका में 9 दिनों तक लगातार चले युद्ध के पश्चात अंहकारी रावण को मार गिराया और माता सीता को उसकी कैद से मुक्त करवाया. 

रितेश और अंकिता के बाद बाघी 3 में हुई इस एक्टर की एंट्री

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की विजय के रुप में देशभर में मनाया जाता है. देश के अलग-अलग हिस्सों में इसे मनाने के अलग अंदाज भी विकसित हुए हैं. कुल्लू का दशहरा देश भर में काफी प्रसिद्ध है तो पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा सहित कई राज्यों में दुर्गा पूजा को भी इस दिन बड़े पैमाने पर मनाया जाता है.

हनी ट्रैप गैंग के ठिकानों से बरामद हुए सरकारी सील और ठप्पे, टेंडरों में फर्जीवाड़े के लिए होते थे इस्तेमाल

अगर आपको नही पता तो बता दे कि एक घटना में  भगवान श्री राम की परीक्षा लेते हुए पूजा के लिये रखे गये कमल के फूलों में से एक फूल को गायब कर दिया. चूंकि श्री राम को राजीवनयन यानि कमल से नेत्रों वाला कहा जाता था इसलिये उन्होंनें अपना एक नेत्र मां को अर्पण करने का निर्णय लिया ज्यों ही वे अपना नेत्र निकालने लगे देवी प्रसन्न होकर उनके समक्ष प्रकट हुई और विजयीहोने का वरदान दिया.

तीन तलाक़: पत्नी ने किया अवैध संबंधों का विरोध तो पति ने कहा- मैं एक रखूं या चार तुझे क्या ....

प्रयागराज: कैश वैन से चोरी हुए एक करोड़ साठ लाख रुपए, जांच में जुटी पुलिस

15000 फुट की ऊंचाई पर अपनी ताकत परखेगी इंडियन आर्मी, काँप उठेगा चीन ...

 

 

 

Related News