DUSU चुनाव के नतीजे पर एबीवीपी, एनएसयूआई की नज़र

नईदिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में इन दिनों छात्र संघ चुनाव को लेकर सक्रियता नज़र आई। छात्रसंघ चुनाव के लिए हुए मतदान को लेकर जानकारी सामने आई है कि इस बार 32 महाविद्यालयों में 44 प्रतिशत मतदान हुआ। अब आज छात्रसंघ चुनाव के नतीजे आना है। जिसे लेकर एबीवीपी और एनएसयूआई के कैंडिडेट्स के दिलों की धड़कनें बढ़ गई है। इन माॅर्निंग काॅलेजेस में 34051 विद्यार्थियों ने मतदान किया।

एनएसयूआई, एबीवीपी आदि छात्र संगठन राजनीति के दंगल में अपनी जोर आजमाईश करते रहे। इन दलों ने जमकर चुनाव प्रचार किया और अपने कैंडिडेट को जिताने के लिए विद्यार्थियों से इनके फेवर में मतदान करने की अपील की। दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस काॅलेज में तो मतदान कम ही हुआ मगर आॅफ कैंपस काॅलेज में मतदान जमकर हुआ। विद्यार्थियों से मतदान करने के लिए उनके पहचान पत्र मांगे गए। पहचान पत्रों की जाॅंच के बाद ही विद्यार्थियों को मतदान हेतु शैक्षणिक संस्थानों के परिसरों में जाने दिया गया।

गौरतलब है कि छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई और एबीवीपी दो प्रमुख दल हैं। इनके बीच कड़ी टक्कर है। डूसू के सेंट्रल पैनल में 3 सीटों पर बीते वर्ष एबीवीपी ने कब्जा किया था। इस बार का चुनाव एनएसयूआई के लिए कुछ मुश्किल भरा रहा। चुनाव के पहले एनएसयूआई को कैंडिडेट के इलेक्शन कैंपेन को लेकर काफी प्रयास करने पड़े।

दरअसल एनएसयूआई के प्रेसिडेंड कैंडिडेट रॉकी तुषीद का नॉमिनेशन रद्द होने के बाद एनएसयूआई को दूसरी उम्मीदवार अलका के लिए प्रचार करना पड़ा, लेकिन फिर रॉकी तुषीद के पक्ष में हाई कोर्ट का फैसला आने पर एनएसयूआई का प्रेसिडेंड कैंडिडेट बदलने पर डीयू के छात्रों के बीच असमंजस की स्थिति बन गई। हालांकि इस बार एबीवीपी का दम अधिक माना जा रहा है। एबीवीपी ने प्रेसिडेंट पोस्ट हेतु रजत चैधरी को मैदान में उतारा।

DU ने तय की डूसू चुनाव की तारिख

5C से आएगी कश्मीर में खुशहाली : राजनाथ सिंह

Infocus turbo 5 plus स्मार्टफोन भारत में कल होने वाला है लांच, यह है इसकी खासियत

Related News