चंडीगढ़: पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता ओमप्रकाश सोनी (ओपी सोनी) को अरेस्ट कर लिया है। ओपी सोनी को वर्ष 2016 से 2022 की अवधि के दौरान आय के स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के इल्जाम में अमृतसर स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने रविवार (9 जुलाई) की देर शाम इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया है कि 10 अक्टूबर 2022 को जारी आदेश के बाद मामले की जांच की गई थी। ओपी सोनी के खिलाफ पुलिस स्टेशन विजिलेंस ब्यूरो, अमृतसर रेंज में भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की धारा 13 (1) (बी) और 13 (2) के तहत रविवार को एक केस दर्ज किया गया। प्रवक्ता ने आगे बताया कि 1 अप्रैल 2016 से 31 मार्च 2022 तक जांच अवधि के दौरान पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी और उनके परिवार की आय 4,52,18,771 रुपये थी (लगभग साढ़े 4 करोड़ आमदनी), जबकि व्यय 12,48,42,692 रुपये (लगभग साढ़े 12 करोड़ खर्च) था, जो कि उनकी आय संसाधनों से 7,96,23,921 या 176.08 फीसद अधिक है। इस दौरान ओपी सोनी ने अपनी पत्नी सुमन सोनी और बेटे राघव सोनी के नाम पर भी काफी सम्पत्तियाँ बनाई हैं। विजिलेंस प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले में आगे की छानबीन जारी है। बता दें कि, 2017 से लेकर 2022 तक पंजाब में कांग्रेस की ही सरकार थी और क्रम से कैप्टन अमरिंदर सिंह तथा अंतिम 6 महीनों के लिए चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया था। कैप्टन अमरिंदर की ही सरकार में ओपी सोनी को कैबिनेट मंत्री (अप्रैल 2018 में) बनाया गया था और उन्हें स्कूल शिक्षा विभाग दिया गया था, वहीं सितम्बर 2021 को उन्होंने डिप्टी सीएम पद की शपथ ग्रहण की थी, जब चन्नी को सीएम बनाया गया। यानी, ओपी सोनी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का जो मामला चल रहा है, उसमे अधिकतर समय वे कांग्रेस सरकार में मंत्री पद पर ही रहे थे। 6 पुल बहे, 8 लोगों की मौत, 4 राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 800 सड़कें बंद.., हिमाचल में बारिश का रौद्र रूप बंगाल पंचायत चुनाव में हुई थी भारी हिंसा, लूटी गई थी मतपेटियां, आज 697 बूथों पर दोबारा हो रहा मतदान, सेंट्रल फोर्स तैनात दिल्ली में बाढ़ के हालात, यमुना खतरे के निशान पर ! सीएम केजरीवाल ने बुलाई हाई लेवल मीटिंग