काठमांडू: तिब्बत स्थित झियांग क्षेत्र में 6.2 तीव्रता का भूकंप के झटके महसूस हुए है. पड़ोसी देश तिब्बत में आए भूकंप के झटकों की गति इतनी थी की आस-पास के काफी किलोमीटर तक महसूस हुए. लेकिन इस भूकंप से किसी को कोई हानि की खबर सामने नहीं आई है. नई दिल्ली स्थित नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी द्वारा प्राप्त हुए आंकड़ों के मुताबिक, तिब्बत के झियांग क्षेत्र में देर रात 1 बजकर 37 मिनट पर भूकंप का झटका महसूस हुए. भूकंप की गति रिक्टर स्केल पर 6.2 थी. भूकंप का केंद्र नेपाल की राजधानी काठमांडु से उत्तर की ओर 380 मील की दूरी पर जमीन से 6 मील नहीं था. इतना ही नहीं कल अमेरिका के अलास्का में भूकंप के तेज झटके महसूस हुए थे. रिक्टर स्केल पर भूकंप की गति 7.8 आंकी गई है. इसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है. जानकारी के लिए बता दें कि इस समय देश और दुनिया में आए दिन भूकंप के झटकों की खबर सुनने को मिल रही है. भारत के भी अलग-अलग स्थानों पर पिछले काफी समय से बार बार भूकंप के झटके महसूस हो रहे हैं. क्यों आता है भूकंप?: धरती आम तौर पर चार परतों से बनी हुई है, इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल को लिथोस्फेयर कहा जाता हैं. यह 50 किमी की मोटी परत, वर्गों में बंटी हुई है, जिन्हें टैकटोनिक प्लेट्स बोलते है. यह टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह से हिलती रहती हैं लेकिन जब ये बहुत अधिक हिल जाती हैं, तो भूकंप आता है. ये प्लेट्स क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर, दोनों ही तरह से अपने स्थान से हिल सकती हैं. जिसके उपरांत वे अपनी जगह तलाशती हैं और ऐसे में एक प्लेट दूसरी के नीचे आ जाती है. कोरोना की चपेट में फिर आए ब्राजील के राष्ट्रपति डेनियल कोलिंस ने तोड़ा कोरोना का नियम, विश्व टीम टेनिस टूर्नामेंट से हुई बाहर अलास्का में भूकंप से डोली धरती, जारी हुई सुनामी की चेतावनी