इंडियन सुपर लीग (आइएसएल) में बंगाल के मशहूर क्लब ईस्ट बंगाल के खेलने का मार्ग क्लियर हो गया है. इस टूर्नामेंट के आयोजनकर्ताओं ने शुक्रवार को आने वाले सत्र के लिए नई टीम के लिए बोली आमंत्रित कर दी है. इस फैसले के बाद ईस्ट बंगाल के इस प्रसिद्ध लीग में हिस्सा लेने के दरवाजे खुल गए हैं. इसके अनुसार अब टीम टूर्नामेंट में खेल सकेंगी. टीम के प्रायोजक को लेकर दिक्कतें सामने आ रही थी लेकिन राज्य की सीएम ममता बनर्जी के कारण यह परेशानी भी दूर हो गई है. बुधवार को ईस्ट बंगाल को कोलकाता की श्री सीमेंट और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के तौर पर इन्वेस्टर्स मिले थे. इन दोनों ने ही चर्चा में अहम किरदार निभाया, जिससे ईस्ट बंगाल के आइएसएल में हिंसा लेने का मार्ग रेडी हुआ. आइएसएल का नया सत्र नवंबर से प्रारंभ होने वाला है. आयोजनकर्ताओं ने इस बारें में बोला कि 6 शहरों दिल्ली, लुधियाना, अहमदाबाद, कोलकाता, सिलिगुड़ी और भोपाल को बोली लगाने के लिए आमंत्रित कर दिया गया है. इसमें से सबसे अधिक बोली लगाने वाला विजयी होगा और उनकी टीम आइएसएल के 7वें सत्र में हिस्सा लेगी. ईस्ट बंगाल और श्री सीमेंट के अफसरों ने बताया कि क्लब ने बोली के कागजात परचेस कर लिए हैं. वहीं, ईस्ट बंगाल के सचिव शांति रंजन दासगुप्ता ने इस संबंध में बोला हैं कि आइएसएल में खेलने के लिए हमें जिस मार्ग की आवश्यकता थी वह हमें मिल गया है. हमने आवेदन कर दिया है और अब यह टूर्नामेंट कमेटी पर है कि वह किस टीम को शामिल करें. US Open 2020: सुमित नागल संग मैच खेलते वक्त भड़के डोमिनिक थीम US Open: चौथे दौर में पहुंचे जोकोविच, ओसाका ने भी हासिल की बढ़त राष्ट्रिय शिविर से पहलवान रवि दहिया ने वापस लिया नाम