नई दिल्ली। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को हैक किए जाने के दावे आम आदमी पार्टी द्वारा किए गए थे। इसके बाद चुनाव आयोग ने विभिन्न राजनीतिक दलों को ईवीएम को हैक किए जा सकने संबंधी दावे को साबित करने की चुनौती दी। इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग ने इसमें हिस्सा लेने सात राष्ट्रीय पार्टियों और 49 राज्यस्तरीय राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया है।हालात ये हैं कि हर पार्टी को लेटेस्ट असेंबली इलेक्शन जहां पर संपन्न हुए वहां की ईवीएम दी जाएगी और इसके लिए उन्हें करीब 4 घंटे का समय दिया जाएगा। उनका कहना था कि मशीनों पर से लोगों का विश्वास उठ चुका है। चूंकि अन्नाद्रमुक के अब दोनों गुटों को मान्यता प्राप्त है इसलिए चुनौती में हिस्सा लेने के लिए दोनों गुटों को आमंत्रित किया गया है। राजनीतिक दलोें के सदस्य तीन - तीन के समूह में इस चुनौती को हल करने में जुट सकेंगे हां उन्हें किसी तरह की विदेशी मदद नहीं मिलेगी। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के नेताओं व प्रमुखों ने विधानसभा चुनावों में ईवीएम को हैक किए जाने की संभावना जताई और कहा कि वीवीपैट पर जो अंकन हो रहा था वह भाजपा को ही वोट दिए जाने की बात दर्शा रहा था भले ही बटन किसी और दल के प्रत्याशी के लिए मतदाताद द्वारा दबाया गया हो। इस तरह की बात कहने वालों में बसपा प्रमुख मायावती और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रमुख थे। इसके बाद एमसीडी इलेक्शन में ईवीएम के उपयोग पर रोक लगाने की अपील आम आदमी पार्टी ने की। डेमो के बाद EC ने कहा EVM को हैक नहीं किया जा सकता EC का EVM हैकिंग चैलेंज, 4 घंटे में साबित करना होगी गड़बड़ी आज चुनाव आयोग देगा EVM का डेमो, खुली चुनौती की तारीख का होगा एलान