लखनऊ: एक ओर जहां चुनाव आयोग द्वारा उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियां की जा रही हैं तो दूसरी ओर चुनाव आयोग के अधिकारियों को लेकर यह जानकारी सामने आई है कि चुनाव आयोग के अधिकारी ऐसे अधिकारियों पर नज़र टेढ़ी कर रहे हैं जो कि 5 वर्ष के अंतर पर एक ही जिले में दूसरी या तीसरी बार नियुक्ति पा चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार एक ही जिले में तीन वर्ष पूर्ण कर चुके अधिकारियों के कार्यरत होने परआयोग ने नाराजगी जताई। मिली जानकारी के अनुसार तीसरे और 4 थे चरण के मतदान की तैयारियों की समीक्षा चुनाव आयोग ने की। इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि जिस क्षेत्र मेें अधिकारी तीन वर्ष से भी अधिक समय तक तैनात रहे हैं। उन क्षेत्रों पर नज़र रखी जा रही है। कई ऐसे अधिकारी हैं जिन्हें उनके क्षेत्र में रिपोस्ट किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार मुख्य सचिव और डीजीपी ने 48 घंटे में अधिकारियों का विवरण मांगा है। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी का कहना था कि आयोग द्वारा निष्पक्षता के मामले में जांच की जा रही है। गौरतलब है कि मुख्य सचिव राहुल भटनागर और डीजीपी जावीद अहमद की निष्पक्षता को लेकर राजनीतिक दलों ने कई तरह के सवाल किए थे अब इस मामले में परीक्षण किया जा रहा है। चुनाव आयोग ने उत्तरप्रदेश में कैराना से जा रहे लोगों को मतदान हेतु सुरक्षा उपलब्ध करवाने पर कहा कि शामली और ऐसे अन्य इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था करने के लिए एसएसपी को निर्देश दिए गए हैं। कैराना से चले गए लोगों को यहां आने के लिए सुरक्षा दी जाएगी। यहां पर प्रयास ये होंगे कि भयमुक्त माहौल हो जिससे लोग अधिक से अधिक वोट दे सकें। आयोग द्वारा कहा गया है कि सुरक्षा की आड़ में लोगों को डराया या धमकाया न जाए। यदि ऐसा होता है तो लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रियंका की सभाओं से कांग्रेस जुटाएगी वोट सपा में नहीं मिला टिकट अब RLD से लड़ेंगे चुनाव पहली चुनावी सभा में केंद्र पर जमकर बरसी डिंपल यादव, पूछा नोटबंदी में हुईं मौतों का जिम्मेदार कौन?