चंडीगढ़: पंचकूला स्पेशल कोर्ट के निलंबित जज के भतीजे को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अरेस्ट कर लिया है. जज के भतीजे को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है. उस पर रिश्वत लेने का इल्जाम है. ED ने गिरफ्तारी से पहले उसके ठिकानों पर छापेमारी भी की थी. अब आरोपी को कोर्ट से 20 जून तक ED की हिरासत में भेजा गया है. इससे पहले 14 जून को ED ने गुरुग्राम स्थित रियल्टी समूह M3M – बसंत बंसल और उनके बेटे पंकज बंसल के दो निदेशकों को अरेस्ट किया था. रिपोर्ट के अनुसार, ED इस मामले में एम3एम के प्रमुख प्रबंधकीय लोगों को अरेस्ट कर चुकी है. स्पेशल कोर्ट के निलंबित जज सुधीर परामर के भतीजे को एजेंसी ने रिश्वत के ही एक मामले में पकड़ा है. बताया जाता है कि एक मामले को लेकर न्यायमूर्ति का भी पक्षपातपूर्ण रवैया रहा है. गुरुवार को एजेंसी ने एक बयान में कहा कि एम3एम के डायरेक्टर पिता-पुत्र को स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया था. उन्हें 5 दिनों की ED हिरासत में भेज दिया गया है. बाद में वे दिल्ली उच्च न्यायालय पहुंचे, जहां कोर्ट ने मामले में दखल देने से इनकार कर दिया. दिल्ली उच्च न्यायालय ने स्पष्ट कर दिया है कि स्पेशल कोर्ट पहले ही आरोपी को हिरासत में भेज चुकी है और दिल्ली अदालत इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगा. दिल्ली उच्च न्यायालय इस मामले में वैधता तय नहीं कर सकती. हरियाणा पुलिस ने अप्रैल माह में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में सुधीर परामर, उनके भतीजे अजय परामर और एक तीसरे एम3एम समूह के डायरेक्टर रूप कुमार बंसल और अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. जज सुधीर परामर पर इल्जाम है कि वह कुमार बंसल, उनके भाई बसंत बंसल और रियल एस्टेट फर्म के मालिक ललित गोयल को लेकर पक्षपात दिखा रहे थे. ED के क्रिमिनल केस और CBI द्वारा दर्ज के कोर्ट में लंबित है. जज के पक्षपाती रवैय का खुलासा होने और ACB द्वारा मामले दर्ज किए जाने के बाद जज को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय से निलंबित कर दिया गया था. क्या 'कांग्रेस मुक्त भारत' बनाने में जुटा है पूरा विपक्ष ? प्रमोद कृष्णम के एक ट्वीट से उठ रहे सवाल भाजपा से फिर हाथ मिलाएगी सुभासपा ? ओपी राजभर के बयान से मिले संकेत '1300 सालों से किसी सरकार ने मुस्लिम पर्सनल लॉ को नहीं छेड़ा..', एक देश एक कानून पर बोले मौलाना मदनी