नई दिल्ली: यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ड वाड्रा और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने प्रियंका गाँधी के पति रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटलिटी के विरुद्ध मनी लॉन्ड्रिंग का एक नया केस दर्ज किया है. मोदी सरकार ने किया सवर्णों को आरक्षण देने का ऐलान, 8 बिंदुओं में जानिए क्या होंगी शर्तें सोमवार को ईडी के ही एक अधिकारी ने इस मामले की जानकारी दी है. शिकायत दर्ज करने वाले सुरेंद्र शर्मा ने वाड्रा पर आरोप लगाया था कि वाड्रा की कंपनी ने नियमों की अनदेखी करते हुए घोटाला किया है. वाड्रा पर आरोप है कि उनकी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटलिटी ने शिकोहपुर में लगभग साढ़े सात करोड़ में एक जमीन खरीदी थी. कमर्शियल लाइसेंस मिलने के पश्चात इस जमीन का मूल्य काफी हद तक बढ़ गया था, जिसे बाद में इसे डीएलएफ यूनिवर्सल को 58 करोड़ रुपये में बेच दिया गया था. लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी ने चला तुरुप का इक्का, अब सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण इसमें शिकायत यह थी कि यह जमीन सौदा नियम के अनुसार न होकर गैर क़ानूनी तरीके से किया गया था, इसके अलावा कमर्शियल लाइसेंस देने में भी उस समय हरयाणा की हुड्डा सरकार ने नियमों का पालन न करते हुए सोनिया गाँधी के दामाद को लाभ पहुँचाने के लिए उन्हें कमर्शियल लाइसेंस जारी किया था, जिस कारण अवैध रूप से वाड्रा को लगभग 50 करोड़ का फायदा हुआ था. खबरें और भी:- भाजपा की रथ यात्रा रोक ममता निकालेंगी महारैली, सभी विरोधी दल होंगे एकजुट तेजस्वी को खाली करना होगा सरकारी बंगला, पटना हाई कोर्ट ने सुनाया फैसला भोपाल : मंत्रालय के बाहर शिवराज ने गाया वंदे मातरम्