नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी सरकार में शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली में आयोजित 'एक्सीलेंस इन स्कूल एजुकेशन' विषय पर सात सौ से ज्यादा निजी स्कूलों के प्रिंसिपल को गुरु मंत्र दिया है. वही सिसोदिया ने कहा कि, टीचर्स बच्चों को फिजिक्स पढ़ाएं, कैमिस्ट्री पढ़ाएं, हिंदी पढ़ाएं, अंग्रेजी पढ़ाएं, या जो भी विषय पढ़ाएं, शिक्षक के दिमाग में इसको लेकर स्पष्टता होनी चाहिए कि उसका संविधान की संकल्पना में लिखे सपने को सच करने से क्या लेना देना है. उन्होंने कहा, मानव जाति के लिए इससे बढ़िया सपना और कुछ नहीं हो सकता जो हमने अपनी संविधान की संकल्पना में लिखा है. मैं इसे मोबाइल में रखता हूं. सरकार चलाने में जब हमारे सामने अड़चनें आती हैं, तब इसे जरूर पढ़ लेता हूं. इससे मुझे प्रेरणा मिलती है कि मैं तो इस सपने को पूरा करने के लिए आया हूं. सिसोदिया कहा कि संविधान की ये बातें थाने के सामने नहीं लिखी जातीं, जेल में भी नहीं लिखी जातीं, अवार्ड कार्यक्रमों में भी इसे नहीं लिखा जाता, इन्हें हमारे बच्चों की किताबों में लिखा जाता है तो इसका कुछ उद्देश्य है. हमें इस उद्देश्य को समझना होगा. 65 आवश्यक दवाओं की कीमत तय आसाराम का आश्रम फिर से विवादों में मैक्स हॉस्पिटल में फिर से कामकाज शुरू