नई दिल्‍ली: देश में कोरोना महामारी की वजह से स्‍कूल मार्च से ही बंद हैं। छात्रों की क्‍लॉस अनलाइन हो रही है, किन्तु सबसे बड़ी समस्या 10वीं और 12वीं के छात्रों के सामने हैं। क्‍योंकि कोरोना के चलते स्‍कूल नहीं खुलने के कारण उनकी पढ़ाई भी नहीं हो पाई। इसके साथ ही अभी तक यह भी तय नहीं हो सका है कि छात्रों की परीक्षाएं कब होंगी। ऐसे में CBSE छात्रों और अभिभावकों की समस्या को देखते हुए शिक्षा मंत्री रमेश निशंक पोखरियाल ने CBSE बोर्ड परीक्षा को लेकर बड़ी घोषणा की है। मंत्री पोखरियाल ने आगे कहा कि छात्रों और अभिभावकों को बोर्ड परीक्षा का बेसब्री से इंतजार रहता है, लेकिन कोरोना काल में भी हमने छात्रों और टीचरों से बातचीत की है। उसके बाद उनके सुझावों और भविष्‍य में परिस्थितियों के मद्देनज़र हम CBSE परीक्षा की तारीख की घोषणा करेंगे। इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि बोर्ड की परीक्षा ऑनलाइन नहीं हो सकती, क्‍योंकि छात्रों की तादाद काफी बड़ी हैं और हर किसी के पास इंटरनेट या स्‍मार्टफोन नहीं होने के चलते ऑनलाइन एग्जाम नहीं कराया जा सकता। पोखरियाल ने आगे कहा कि कोरोना काल में सभी गाइडलाइन्स का पालन किया जाएगा और इससे पहले भी कई परीक्षाओं को कराया गया है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय और गृह विभाग के आदेशों के मुताबिक, गाइडलाइंस तैयार की जाती है और बच्‍चों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है, इसके बाद ही शिक्षा और परीक्षा है। उन्‍होंने कहा कि ब्रिटेन से आए कोरोना के नए स्‍ट्रेन पर भी सरकार की निगाह है। म्यांमार ने जनवरी अंत तक अंतरराष्ट्रीय उड़ान प्रतिबंध को बढ़ाया मुकेश अंबानी नहीं, बल्कि चीन का ये कारोबारी है एशिया का सबसे रईस शख्स जूनियर नेशनल घुड़सवारी प्रतियोगिता के फाइनल में प्रणय खरे ने जीता रजत पदक