हरियाणा विश्वकर्मा कौशल यूनिवर्सिटी विद्यार्थियों को अब ऐकडमिक शिक्षा भी प्रदान करेगी. स्किल शिक्षा की कक्षाएं अब उद्योगों में भीं लगाई जाएगी. इसके अंतर्गत स्टूडेंट्स को 70 फीसदी प्रैक्टिकल और 30 फीसदी थ्योरी पढाई जाएगी. साथ ही यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को 8500 रु प्रतिमाह मानदेय भी प्रदान किया जाएगा. देश में प्रारम्भ इस तरह के पहले कार्यक्रम को नैशनल स्किल क्वॉलिफिकेशन फेयरवर्क (एनएसक्यूएफ) नाम दिया गया है. इनके अलावा विश्वविद्यालय ने स्नातक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए 30-30 विद्यार्थियों के दो बैच भी शुरू कर दिए हैं. एनएसक्यूएफ में 12वीं पास विद्यार्थी को एडमिशन दिया जाता है. इस नयी पहल के तहत 12वीं पास विद्यार्थियों को बीए, बीसीए, बीएससी, बीबीए आदि की डिग्री के साथ-साथ स्किल शिक्षा भी प्रदान की जाएगी. बहुराष्ट्रीय कंपनियों में होगी पढ़ाई... एनएसक्यूएफ के तहत विद्यार्थियों को 3 वर्ष तक प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही ट्रेनिंग के दौरान विद्यार्थियों को स्टाइपेंड मिलेगा और कंपनी में लर्निंग के साथ अर्निंग का भी मौका मिलेगा. स्किल शिक्षा के लिए हीरो मोटो कारपोरेशन कंपनी ने भी अपने कदम बढ़ा दिए है. कंपनी ने भी इसके लिए पहल शुरू कर दी है. दोहरी शिक्षा प्रणाली को लेकर होंडा इंडिया, मारुति सुजूकी, सुजूकी इंडिया, रूप पॉलिमर, एसकेएच मेटल्स आदि कंपनियों ने भी स्किल एजुकेशन देने के लिए यूनिवर्सिटी के कुलपति राज नेहरू से संपर्क साधा है. क्या कहा कुलपति ने... हरियाणा विश्वकर्मा कौशल यूनिवर्सिटी के कुलपति राज नेहरू के मुताबिक देश में पहली बार ऐकडमिक और स्किल एजुकेशन में एक नयी पहल प्रारम्भ की गई है. साथ ही इस सराहनीय प्रयोग को कारखानेदारों ने हाथो-हाथ लेते हुए इस प्रयोग के लिए गहरी दिलचस्पी जाहिर की है. उन्होंने आगे कहा कि कार्यक्रम के तहत 12वीं पास विद्यार्थियों को बीए, बीसीए, बीएससी, बीबीए आदि की डिग्री के साथ-साथ स्किल एजुकेशन भी दी जाएगी. साथ ही विद्यार्थियों को प्रतिमाह 8500 रु का भत्ता भी प्रदान किया जाएगा. इन्हें भी पढ़े- स्वामी रामानन्द तीर्थ मराठवाड़ा यूनिवर्सिटी में निकली भर्ती, ऐसे करे आवेदन जानिए, 2 अक्टूबर का इतिहास जानिए, सिविक्स के कुछ आवश्यक प्रश्नोत्तर जॉब और करियर से जुडी हर ख़बर न्यूज़ ट्रैक पर सिर्फ एक क्लिक में, पढिये कैसे करे जॉब पाने के लिए तैयारी और बहुत कुछ.