राज्य में शिक्षाकर्मियों के संविलियन का मामला

राज्य में शिक्षाकर्मियों के संविलियन के निर्णय के बाद अब संविलियन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. दअरसल राज्य में शिक्षाकर्मियों का संविलियन चरणबद्ध तरीके से होना है. राज्य में जो शिक्षाकर्मी आठ साल से अपनी सेवा दे रहे पहले उन्हें 1 जुलाई से शिक्षा विभाग में संविलियन मिल जाएगा. इसके बाद बाकी शिक्षकों को भी संविलियन मिल जाएगा. संविलियन होने के बाद शिक्षाकर्मियों को नई ज्वाइनिंग मिल जायेगी. इसके बात शिक्षकों की वरिष्ठता शून्य हो जाएगी.

प्रदेश के डेढ़ लाख शिक्षाकर्मियों को जैसे ही संविलियन होगा वैसे ही इनकी नई नियक्ति मानी जायेगी.  इस मामले में जानकारों का कहना है कि एक विभाग का स्टाफ अगर दूसरे विभाग में मर्ज होता है, तो उसकी वरिष्ठता जीरो मानी जाती है. दअरसल ये नियम में ही है कि वरिष्ठ शून्य कर दी जाती है. 

राज्य में शिक्षाकर्मियों की अनुकंपा नियुक्ति के मामले भी अटके हुए हैं  दअरसल प्रदेश सरकार ने 2011 में अनुकंपा नियुक्ति देने की घोषणा की थी, लेकिन उस पर निर्णय नहीं हो पाया है. इस मामले को लेकर शिक्षक पंचायत मोर्चा के संचालक का कहना है कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मुलाकात के दौरान उनके सामने अनुकंपा नियुक्ति का मुद्दा रखा गया है. संचालक ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस मामले में जल्द निर्णय का आश्वासन दिया है.

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