इम्फाल: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में कुकी और मैतई समुदाय के बीच भड़की हिंसा के बाद शांति बहाली की निरंतर कोशिशें की जा रही है. एक ओर जहां केंद्र सरकार ने शांति समिति का गठन कर दिया है, तो वहीं सुरक्षाबलों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है. सुरक्षाबल इस समय हिंसा के दौरान चोरी किए गए हथियारों की तलाश में लगे हुए हैं. इसी क्रम में इंफाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक के घर के बाहर एक ड्रॉप बॉक्स भी रखा गया था और लोगों से अनुरोध किया गया था, कि जिन्होंने भी मणिपुर पुलिस और शस्त्रागारों से हथियारों लुटे हैं, वे उसे इस बॉक्स में लाकर रख दें. जानकारी के अनुसार, इसमें अब तक 130 हथियार जमा हो चुके हैं. इस बीच राज्य की बिरेन सिंह सरकार ने मणिपुर में इंटरनेट पर रोक की अवधि भी बढ़ा दी है. सरकार ने अब 15 जून तक मणिपुर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दिए हैं. इससे पहले शनिवार को असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह के साथ मुलाकात की थी और मणिपुर की मौजूदा स्थिति पर बातचीत की थी. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी प्रदेश के 4 दिवसीय दौरे पर गए थे, जब हिंसा का माहौल था. इस दौरान भी अमित शाह ने लोगों से हिंसा के दौरान लूटे गए हथियारों को वापस करने का अनुरोध किया था. उस समय भी सैकड़ों लोगों ने पुलिस स्टेशन जाकर अपने हथियार जमा करा दिए थे. अतीक-अशरफ के गुर्गों की पैरवी के लिए सपा के पूर्व पार्षद ने मांगे 10 लाख रुपए, केस दर्ज भाजपा के खिलाफ विपक्ष का महागठबंधन ! जानिए इस मुद्दे पर क्या बोले उमर अब्दुल्ला ? पंजाब सरकार ने 4 महीने में दूसरी बार बढ़ाए पेट्रोल-डीजल के दाम, उधर महंगाई पर केंद्र को घेर रहे सीएम केजरीवाल