कैरो : इजिप्ट के मशहूर फोटो जर्नलिस्ट महमूद अबू जेद को 5 साल की सजा सुनाई गई है. इनका जुर्म ये था कि विद्रोह में प्रदर्शनकारियों की तस्वीर खींची थी. इन्हें शावकान के नाम से भी जाना जाता है, लेकिन माना जा रहा है इन्हें जल्दी ही रिहा कर दिया जायेगा क्योंकि पहले वो काफी समय जेल में बिता चुके हैं. दरअसल, साल 2013 में मोहम्मद मोर्सी के खिलाफ देश में हो रहे प्रदर्शन में उन्होंने प्रदर्शनकारियों की तस्वीर खींची थी जिसकी सजा उन्हें सुनाई गई है. लेकिन उन्हें इस सजा से मुक्त कर दिया जायेगा. इतना ही नहीं सीपीजे (कमिटी टू प्रॉटेक्ट जर्नलिस्ट) ने महमूद अबू जेद की रिहाई के बारे में पुष्टि की है और कहा है कि एक अवॉर्ड विनिंग पत्रकार पर तस्वीरों को खींचने के अलावा आतंकी संगठन से संबंध और मर्डर के आरोप भी थे. शाकवान के भाई ने उनकी रिहाई पर संतुष्टि जताई है और कहा है कि उन्हें उम्मीद है वो जल्दी ही बाहर आ जायेंगे लेकि हो सकता है इस प्रक्रिया में कुछ समय लग जाये. वहीं सीपीजे ने कहा, 'हमारे लिए यह खुशी की बात है कि उन्हें अब रिहा कर दिया जाएगा क्योंकि दोष सिर्फ यही था कि उन्होंने प्रदर्शनकारियों की तस्वीर खींची थी.' उनका कहना है कि 'हम इस फैसले से निराश हैं क्योंकि बिना किसी अपराध के उन्हें यातना से गुजरना पड़ा. हम प्रशासन से उनके जल्द से जल्द रिहा किए जाने की अपील करते हैं.' इस प्रक्रिया में समय तो लगेगा लेकिन उनके परिवार वाले और उनका भाई इस बात से खुश हैं. इस पर उनका कहना है कि वो अब भी पूरी तरह से आज़ाद नहीं हुए हैं क्योंकि आने वाले 5 सालों तक उन्हें पुलिस की निगरानी में ही रहना होगा और हर शाम उन्हें पुलिस थाने में हाजिरी लगानी होगी. खबरें और भी.. नेपाल में हेलीकॉप्टर हुआ दुर्घटनाग्रस्त, सवार यात्री लापता म्यांमार में रोहिंग्या मुस्लिमों की मुश्किलें बढ़ी, सरकार ने अंतरराष्ट्रीय कोर्ट का भी आदेश किया खारिज वर्षों से प्रताड़ित हो रहे हैं हिंदू, अब एकजुट होना होगा : मोहन भगवत