शिमला: देश के राज्य हिमाचल प्रदेश सचिवालय में आठ वर्ष वाले कर्मचारियों का सचिवालय एडमिनिस्ट्रेशन ने ट्रांसफर कर उनकी शाखा परिवर्तित कर दी है. चौंका देने वाली बात है कि बीते 25 वर्ष सचिवालय की एक ही शाखा में डटे अनुभाग अफसरों के स्थांतरण नहीं किए गए हैं. सचिवालय प्रशासन के इस भेदभावपूर्ण व्यवहार से उन कर्मचारियों में खासी नाराजगी है, जिन पर इस बार स्थांतरण की गाज गिरी है. वही सचिवालय प्रशासन लंबे वक़्त से उन कर्मचारियों के स्थांतरण की तैयारी में था, जो बीते आठ वर्ष से एक ही शाखा में जमे हुए थे. ऐसे लगभग डेढ़ सौ कर्मचारियों की लिस्ट तैयार की गई थी. तत्पश्चात, सचिवालय प्रशासन ने लगभग सौ मुलाजिमों के तबादले विभिन्न शाखों में कर दिए हैं. सचिवालय के कर्मचारी दबी जुबान में कहने लगे हैं कि जब आठ वर्ष से एक ही शाखा में तैनात कर्मचारियों के स्थांतरण हो सकते हैं. तो फिर एक ही शाखा में बीते 25 वर्ष से तैनात अनुभाग अफसरों के तबादले करने से परहेज क्यों किया गया. इसी के साथ कई परिवर्तन किये गए है. वही दूसरी तरफ राज्य के सिरमौर जिले के पांवटा में बुधवार को 20 कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं. वहीं हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी का एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. संक्रमित कर्मचारी की ट्रैवल हिस्ट्री चंडीगढ़ की बताई जा रही है. संक्रमित कर्मचारी के विभाग को सील कर दिया गया है. वहीं एचपीयू में संक्रमण का मामला सामने आने के बाद ईसी, कोर्ट चुनाव भी टल सकते हैं. गणेश चतुर्थी : चाहते हैं शुभ फल तो इस समय करें बप्पा की स्थापना एक बार फिर प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर साधा निशाना, कही ये बात मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला, प्राइवेट सेक्टर संभालेगा एयरपोर्ट प्रबंधन