भोपाल: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर सस्पेंस बरकरार है। चुनाव में भाजपा की जीत के पश्चात् निरंतर मुख्यमंत्री फेस को लेकर अनुमान लगाए जा रहे हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश के दो दिग्गज बीजेपी नेताओं ने लोकसभा की सदस्यता के बाद केंद्रीय कैबिनेट से भी इस्तीफा दे दिया है। केंद्रीय कृषि मंत्री रहे नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल ने भी अपने मंत्री पदों से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रपति ने इन दोनों मंत्रियों के इस्तीफ स्वीकार भी कर लिया है। ये इस्तीफे 7 दिसंबर रात को दिए गए तथा उससे एक दिन पहले 6 दिसंबर को दोनों मंत्रियों ने अपनी-अपनी सांसदी के पद से भी इस्तीफा दे दिया था। लोकसभा अध्यक्ष से मिलकर दोनों ने सांसदी के पद से इस्तीफा दिया था। नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल दोनों को भाजपा ने मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ाया था। प्रहलाद पटेल नरसिंहपुर विधानसभा सीट से वहीं नरेंद्र सिंह तोमर दिमनी विधानसभा सीट से चुनाव जीते हैं। बीजेपी दोनों को मध्यप्रदेश में वापस कर उन्हें किसी बड़ी जिम्मेदारी को देने की तैयारी कर रही है। प्रहलाद पटेल के फूड प्रोसेसिंग मंत्रालय की जिम्मेदारी केंद्रीय राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे को और जलशक्ति मंत्रालय की जिम्मेदारी केंद्रीय आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर को अतिरिक्त प्रभार के तौर पर वहीं नरेंद्र सिंह तोमर के कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को सौंप दी गई है। मध्यप्रदेश में अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसे लेकर दिल्ली में बैठकों का दौर निरंतर जारी है। निरंतर तीसरे दिन पीएम नरेंद्र मोदी के साथ गृहमंत्री अमित शाह तथा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा की मुलाकतें और बैठकें हुई हैं। यह तय हुआ है कि 8 दिसंबर को मुख्यमंत्री का चेहरा तय करने के लिए ऑब्जर्वर नियुक्त कर दिए जाएंगे तथा वे भोपाल पहुंचकर सभी निर्वाचित विधायकों से रायशुमारी करेंगे तथा मुख्यमंत्री उम्मीदवारी को लेकर तयशुदा नामों का एक पैनल तैयार करेंगे। तत्पश्चात, भाजपा आलाकमान को रायशुमारी की इस रिपोर्ट से अवगत कराया जाएगा और फिर बीजेपी आलाकमान किसी एक को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लेगा, तत्पश्चात, एक बार फिर भोपाल में भाजपा विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें मुख्यमंत्री के नाम की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी। आधी रात को शादीशुदा प्रेमिका से मिलने गया शख्स, फिर जो हुआ वो कर देगा हैरान 'मैं न्यायाधीश नहीं हूं मैं सभापति हूं', आखिर क्यों लोकसभा में ऐसा बोले स्पीकर ओम बिरला? संसद सदस्यता जाने के बाद महुआ मोइत्रा की आई पहली प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा?