आज महीने का पहला दिन एवं एकादशी तिथि है। बता दें, एक महीनें में 2 और वर्षभर में 24 एकादशी तिथि आती हैं तथा प्रत्येक एकादशी बेहद विशेष होती है। एक एकादशी तिथि शुक्ल पक्ष में आती है तथा दूसरी कृष्ण पक्ष में आती है। शास्त्रों में इस दिन को पुण्यदायी माना गया है। बोला जाता है कि इस दिन व्रत रखने से जीवन के कई संकट टल जाते हैं तथा कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है। यदि आप आज दान-पुण्य करते हैं तो आपको जीवन में कभी भी आर्थिक तौर पर परेशान नहीं होना पड़ता। वही एकादशी के व्रत को लेकर मान्यता है कि यह व्रत हमें जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्ति दिलाता है। परम्परा तो यह भी है कि जिसकी मृत्यु चाहे वह मनुष्य हो या फिर जीव-जंतु की एकादशी तिथि को होती है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। अधिकतर महिलाएं एकादशी का व्रत रखकर विधिवत पूजा-पाठ करती हैं, किन्तु यदि कोई महिला पहली बार यह व्रत रखती है तो वह किसी भी माह के शुक्ल पक्ष से इस व्रत का आरम्भ कर सकती हैं। क्या है एकादशी व्रत का महत्व? मान्यता है कि जब किसी इंसान या जीव की मृत्यु एकादशी को होती है तो उसकी आत्मा धरती पर नहीं भटकती है। वह धरती की मोह-माया से दूर हो जाती है। ऐसे में उसे सीधा मोक्ष की प्राप्ति होती है। बोला जाता है कि यदि कोई व्यक्ति इस दिन व्रत रखता है तो उसे भी मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। कब है हनुमान जन्मोत्सव? जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि जानिए कैसे प्रभु श्री राम के नाम पर पड़ी रामनवमी? जानिए कैसे हुई थी मां सिद्धिदात्री की उत्पत्ति?