मुंबई: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने शिवसेना (UBT) चीफ उद्धव ठाकरे पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कभी घर से बाहर नहीं निकलने वाले अब किसी को समाप्त करने की बात कर रहे हैं। दरअसल, एक दिन पहले ही उद्धव ने प्रदेश के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को चुनौती दी थी कि राजनीति में दोनों में से कोई एक ही बचेगा। साथ ही उद्धव ने फडणवीस पर उन्हें एवं उनके बेटे आदित्य ठाकरे को जेल भेजने के षड्यंत्र के आरोप लगाए। शिंदे ने कहा, 'बहुत अजीब बात है कि जो कभी अपने घरों से बाहर नहीं निकले, वो अब रणभूमि एवं दूसरों को खत्म करने की बात कर रहे हैं।' इससे पहले भाजपा भी उद्धव के बयान पर आपत्ति जता चुकी है। महाराष्ट्र बीजेपी के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा था, 'कई बार जन्म लेने के बाद भी उद्धव राजनीतिक रूप से फडणवीस को समाप्त नहीं कर पाएंगे।' नागपुर में बावनकुले ने कहा कि ठाकरे की भाषा उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाती है। बावनकुले ने कहा, 'ठाकरे कोंकण एवं मुंबई में अपनी पार्टी के गिरते मत प्रतिशत को लेकर चिंतित हैं। जिस दिन उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया, उनके समर्थकों ने उनका साथ छोड़ दिया। जब वे बीजेपी के साथ गठबंधन में थे, तो उन्होंने 18 लोकसभा सीट जीती थीं, मगर अब सीट की संख्या में गिरावट आई है। ठाकरे इतना नीचे गिरकर और फडणवीस पर हमला करके अपना मानसिक दिवालियापन दिखा रहे हैं।' शिंदे ने यह भी कहा कि राजनीति में किसी को भी दूसरों को पूरी तरह से समाप्त करने की बात नहीं करनी चाहिए। उन्होंने ने कहा, 'जो लोग चुनौती देने की बात करते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि हम कहां खड़े हैं। इसके लिए किसी व्यक्ति को ताकत की आवश्यकता होती है। बेतरतीब टिप्पणी करने की तरह, कोई भी दूसरे को खत्म नहीं कर सकता।' बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष (जेपी नड्डा की जगह जो अब केंद्रीय मंत्री हैं) पद पर फडणवीस के नाम पर विचार किए जाने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर बावनकुले ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि केंद्रीय नेतृत्व क्या फैसला करेगा। उन्होंने कहा, ''हालांकि, देवेंद्र फडणवीस के पास बहुत बड़ा संगठनात्मक अनुभव है। उन्होंने महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष के रूप में काम किया है तथा उन्हें राष्ट्रीय संगठनात्मक अनुभव भी है, मगर महाराष्ट्र को देवेंद्र फडणवीस की दृष्टि की आवश्यकता है। ठाकरे ने कहा था, 'अनिल देशमुख ने अब खुलासा कर दिया है कि कैसे फडणवीस ने मुझे एवं आदित्य ठाकरे को जेल में डालने का षड्यंत्र किया था। मैंने सब कुछ सहन किया, मगर बहादुरी से मजबूती के साथ खड़ा रहा। तो अब या तो आप (फडणवीस) राजनीत में रहेंगे या मैं रहूंगा। आज मेरे पास कोई पार्टी, चिह्न या पैसा नहीं है, मगर मैं मेरे साथ खड़े शिवसैनिकों की बहादुरी के कारण भापा को चुनौती दे रहा हूं।' MP में मदरसों पर बड़ा एक्शन, 56 की मान्यता हुई रद्द प्रदेश की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मिलेगा बीमा योजना का लाभ 'मोदी-योगी में नमस्ते-प्रणाम भी बंद हो गया..', सुप्रिया श्रीनेत और कांग्रेस समर्थकों के दावे का सच आया सामने, Video