रांची: झारखंड के खूंटी में गुरुवार को एक बुजुर्ग महिला की संदिग्ध परिस्थिति में जान चली गई है। मृतक के बेटे ने इलज़ाम लगाया है कि 20 मार्च को कोविड का टीका लेने के उपरांत महिला को बुखार आने लगा, जिसके उपरांत उसे रिम्स में उपचार के भर्ती कराया गया। उसी दौरान उसकी जान चली गई। हालांकि, रिम्स प्रबंधक का कहना है कि महिला की मौत टीका लेने के कारण से नही हुई है, बल्कि अन्य बीमारी के कारण हुई है। दरअसल, खूंटी की रहने वाली बुजुर्ग महिला लखमणि देवी की संदिग्ध स्थिति में आज जान चली गई। महिला की मौत पर उसके बेटे ने इलज़ाम लगाया कि 20 मार्च को कोविड का टीका लेने के उपरांत उसकी मां को बुखार आने लगा। जिसके उपरांत परिवार वालों ने उन्हें रांची के रिम्स में भर्ती कराया। लेकिन उपचार के दौरान उनकी जान चली गई। हालांकि, रिम्स प्रबंधक का बोला है कि महिला की मौत किसी बीमारी की वजह से हुई है, इसका कोरोना के टीके से कोई मतलब नहीं है। मृतक महिला के बेटे रविंद्र मुंडा ने कहा कि 20 मार्च को खूंटी के जोजोहातू स्थित टीकाकरण केंद्र पर उसकी मां को टीका लगाया गया था। जिसके उपरांत उसे लगातार बुखार आने लगा। तबीयत खराब होने की बात स्थानीय चिकित्सकों को बताई गई तो चिकित्सकों ने कहा कि टीका लेने के उपरांत एक-दो दिनों तक बुखार आना सामान्य बात है। लेकिन जब दो दिनों में महिला की तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ, तो परिजनों ने 24 मार्च की देर रात रिम्स के मेडिसिन मंत्रालय में भर्ती कराया। लेकिन, देर रात ही उसकी तबीयत फिर से खराब होने लगी और उसने दम तोड़ दिया। परिजनों ने कहा कि मृतका कोरोना का टीका लेने से पहले पूरी तरह स्वस्थ्य थी। लेकिन, टीका लेने के बाद से ही उसकी तबीयत खराब होने लगी। हालांकि, रिम्स ने इससे इनकार किया है। विधानसभा चुनाव से पहले इलेक्टोरल बॉन्ड की बिक्री सही या गलत ? आज सुप्रीम कोर्ट सुनाएगा फैसला कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसानों का भारत बंद, जानिए किन सेवाओं पर पड़ेगा असर ये 4 सरकारी बैंक जल्द ही होंगे प्राइवेट, करोड़ों ग्राहकों पर क्या होगा असर?