नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी की मुश्किलें ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. आप पर लगातार कोई न कोई मुसीबत आ ही जाती है. अभी-अभी खबर मिली है कि चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों को पद लाभ के मामले में आयोग्य घोषित कर दिया है. चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति के पास रिपोर्ट भेज दी है और अब राष्ट्रपति की मंजूरी मिलते ही इन 21 विधायकों को पार्टी से निष्कासित किया जाएगा. अब अगर राष्ट्रपति ने इस रिपोर्ट पर अपनी मुहर लगा दी तो दिल्ली में काबिज आम आदमी पार्टी की 21 सीटें खाली हो जाएगी. आपको बता दें कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने एक बड़ी जीत हासिल की थी. इस फैसले के बाद दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर नया मोड़ आ सकता है. वहीँ आयोग्य घोषित किये गए विधायकों के पास सिर्फ एक रास्ता है कि वह सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर कर सकते हैं. गौरतलब है कि 2015 में 21 विधायकों को संसदीय सचिव बनाया गया था. प्रशांत पटेल ने इस मामले में याचिका दर्ज कराई थी. वहीँ 8 सितम्बर 2016 को कोर्ट ने 21 संसदीय सचिव की नियुक्तियां रद्द कर दी थी. आयोग्य घोषित विधायकों के नाम - प्रवीण कुमार, शरद कुमार, सोम दत्त, आदर्श शास्त्री, अवतार सिंह, मदन लाल, विजेंदर गर्ग विजय, संजीव झा, कैलाश गहलोत, अनिल कुमार बाजपेयी, सरिता सिंह, शिवचरण गोयल, अलका लाम्बा, नरेश यादव, मनोज कुमार, नितिन त्यागी, राजेश गुप्ता, राजेश ऋषि, राजेश सिंह, जानरैल सिंह, सुखवीर सिंह. जब जेटली ने स्वीकारा केजरीवाल का रात्रि भोज आठ राज्यों में विधानसभा चुनाव : होगी सियासी उथल-पुथल नीतीश कुमार ने की मानव श्रृंखला का हिस्सा बनने की अपील