नई दिल्ली: कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण के चलते निर्वाचन आयोग किसी तरह का रिस्क लेने के मूड में नहीं दिख रहा है. इसलिए आयोग ने चुनावी रैलियों, जुलूस और रोड शो पर पाबंदियां एक सप्ताह के लिए और बढ़ा दी हैं. सूत्रों के अनुसार, कोरोना संक्रमण और टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा के लिए शनिवार को रखी गई मीटिंग में इस पर सहमति बनी है. सूत्रों का कहना है कि आयोग ने प्रचार के दूसरे तरीकों में कुछ रियायत दी है. इस बैठक में मुख्य निर्वाचन आयुक्त के साथ सभी आयुक्त और उपायुक्त मौजूद रहे. इसके अलावा उच्च अधिकारी और पांचों चुनावी राज्यों के मुख्य निर्वाचन आयुक्तों ने भी इस मीटिंग में हिस्सा लिया. बैठक में राज्यों के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य और मुख्य सचिव ने टीकाकरण और संक्रमण को लेकर अब तक की प्रगति के बारे में जानकारी दी. इनसे बातचीत और चर्चा के बाद आयोग की केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के साथ समीक्षा बैठक हुई. जिसके बाद पाबंदी जारी रखने का निर्णय लिया गया. चुनाव आयोग चाहता है कि टीकाकरण का आंकड़ा और मजबूत हो. सूत्रों के अनुसार, प्रथम चरण का चुनाव प्रचार पिछले चुनावों की तरह यदि 72 घंटे पहले ही बंद होगा, तो उससे संभवत: पूरे सप्ताह पहले छूट मिल सकती है. सूत्रों का कहना है कि छूट मिलेगी भी तो पाबंदियों के साथ. यानी आयोग लगाम में ढील तो देगा, किन्तु लगाम हाथ में ही रखेगा. NCP सांसद अमोल कोल्हे ने फिल्म में निभाई 'गोडसे' की भूमिका, मचा बवाल ओडिशा पंचायत चुनाव: 2.29 लाख से अधिक नामांकन पत्र दाखिल कांग्रेस ने जितिन प्रसाद को भाजपा में जाने से क्यों नहीं रोका ?