चित्रकूट। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को अभी समय है लेकिन, इसके पूर्व भारतीय जनता पार्टी के लिए, एक बुरी खबर सामने आई है। कांग्रेस ने विधानसभा की अपनी एक सीट को कायम रखा है। चित्रकूट की सीट पर विधानसभा के लिए हुए, उपचुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। यह सीट पार्टी के हाथ नहीं आई है। उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी, नीलांशु चतुर्वेदी ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी शंकर दयाल त्रिपाठी को 14833 वोटों से हरा दिया। उल्लेखनीय है कि, कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह का 65 वर्ष की आयु में बीती 29 मई को निधन हो गया था। जिसके बाद,से यह सीट खाली थी। उपचुनाव 14 वें राउंड की समाप्ति के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नन्द कुमार सिंह ने हार मान ली थी, नंद कुमार ने कहा था कि, हार के कारणों की समीक्षा की जाना चाहिए। कांग्रेस अपनी कुछ परंपरागत सीटों को जीतेगी। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के परिणामों का इस हार पर कोई असर नहीं होगा। एक सीट की बढ़ते से कांग्रेस का जश्न लंबा नहीं हो जाता है। गौरतलब है कि, उपचुनाव के लिए राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने चुनाव प्रचार किया था। इन स्टार प्रचारकों के प्रचार के बाद भी भाजपा के हाथ से यह सीट निकल गई। ऐसे में भाजपा की आलोचना की जा रही है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरिश रावत ने ट्विटर पर ट्वीट किया, और लिखा कि, लफ्फाजी और जुमलों का पर्याय बन चुकी भाजपा को चित्रकूट की जनता ने करारी हार के तौर पर, वाजिब जवाब दिया है। उन्होंने इस मामले में हैश टैग चित्रकूट के साथ अपनी बात लिखी। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और लोगों को बधाईयां दीं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विट किया कि, अटेर के बाद चित्रकूट की जीत से यह स्पष्ट है कि, मध्यप्रदेश भाजपा के कुशासन से मुक्ति चाहता है, चित्रकूट की जनता का आभार, कांग्रेस प्रत्याशी और कार्यकर्ताओं को बधाई। विकास नहीं कांग्रेस पगला गई है - प्रकाश जावड़ेकर बनासकांठा पहुंचे राहुल गांधी चित्रकूट विधानसभा की मतगणना में कांग्रेस आगे चित्रकूट में भाजपा ने नतीजे से पहले हार स्वीकारी