नई दिल्ली: भारत में आगामी समय में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों को देखते हुए चुनाव आयोग ने अब अपना रूख सख्त कर दिया है। हाल में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि सभी सोशल मीडिया साइटों की कंपनियों जैसे फेसबुक ट्विटर आदि ने चुनाव आयोग से कहा है कि वे आगामी चुनाव के पहले और चुनाव तक अपनी साइटों पर चुनाव से संबंधित किसी भी तरह की सामग्री उपयोग नहीं होने देंगे। अमित शाह बनेंगे बीजेपी के मसीहा? जहां तक मानना है कि चुनाव के दौरान अक्सर सोशल मीडिया पर गलत पोस्टों से माहौल गर्मा जाता है और दंगे फसाद भी होने लगते हैं इसके अलावा जनता द्वारा किसी भी राजनेता या राजनैतिक पार्टी के लिए अपशब्दों का प्रयोग करते हुए कुछ भी पोस्ट कर दिया जाता है। वहीं चुनाव आयोग की नई नीति के अनुसार इस बार सोशल मीडिया पर सख्त नजर रखी जायेगी। इसके अलावा आगामी लोकसभा चुनावों में अब इस तरह के नियम का लागू किया जा सकता है। ब्राजील राष्ट्रपति चुनाव : बोलसोनारो बोले मैं जीता तो ही मानूंगा चुनावी नतीजे गौरतलब है कि विधानसभा चुनावोें में अब ज्यादा समय नहीं बचा है, नबंवर में होने वाले चुनाव में चुनाव आयोग बड़ी ही गंभीरता से चुनाव को संपन्न कराने का प्रयास करने की तैयारी कर रहा है। वहीं मतदाताओं को किसी भी तरह की परेशानी और भ्रमित करने वाली सामग्री को सोशल मीडिया के माध्यम से जनता तक नहीं भेजे जाने लिए हर संभव तरीके अपनाए जा रहे हैं। वहीं इसके अलावा यदि किसी भी साइट द्वारा कोई मेसेज या गलत बात शेयर होती है तो ऐसे में उन कंपनियों पर वैधानिक कार्यवाही भी की जायेगी। खबरें और भी मध्य प्रदेश में चुनाव से पहले कांग्रेस को लगा बड़ा झटका कहीं आप भी तो नहीं झेल रहे PM मोदी वाली समस्या, 1 अक्टूबर से होगा बड़ा उलटफेर 80 ,90 या 100 रु तक भी पहुंच जाए पेट्रोल के दाम ,ये स्कूटर माइलेज में है सबके बाप