पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में गुरुवार 29 अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव के फाइनल मैच की तैयारी में जुट गया है। दूसरे चरण में चार जिलों की 35 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। इनमें मालदा में छह, बीरभूम में ग्यारह, मुर्शिदाबाद में ग्यारह और कोलकाता में सात हैं। 41.21 लाख महिलाओं और 158 थर्ड जेंडर लोगों सहित 84.77 लाख मतदाता 11,860 मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे। पश्चिम बंगाल चुनाव के अंतिम चरण में 35 महिलाओं समेत कुल 283 उम्मीदवार मैदान में हैं। सत्तारूढ़ टीएमसी और बीजेपी सभी 35 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। कांग्रेस, वाम दलों और भारतीय सेक्युलर फ्रंट (एआईएसएफ) ने गठबंधन कर लिया है और संयोजिका मोर्चा के बैनर तले चुनाव लड़ रहे हैं। इस दौर की 35 सीटों में से कांग्रेस के पास 19, माकपा के हिस्से में 10, आरएसपी के पास एक, एआईएफबी के पास तीन और एआईएसएफ के पास चार सीटें हैं। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) भी अपनी किस्मत आजमा रही है और 24 उम्मीदवार मैदान में उतारी है। मुर्शिदाबाद और मालदा जिलों में मुस्लिम आबादी का प्रभुत्व इस क्षेत्र में राजनीतिक गतिशीलता को नीचे सेट करता है। परंपरागत रूप से इन जिलों को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। मुर्शिदाबाद के प्रशासनिक मुख्यालय बरहमपोर का प्रतिनिधित्व लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी करते हैं। हालांकि असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम और इंडियन सेक्युलर फोर्स (आईएसएफ) के उभार ने इस क्षेत्र में राजनीतिक ढाल को प्रभावित किया है। वेस्टलाइट वुडलैंड्स में 24 विदेशी श्रमिक हुए कोरोना संक्रमित दुनिया के 17 देशों तक पहुंचा भारत में मिलने वाला कोरोना का वेरिएंट: WHO जानिए क्या है अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस का महत्त्व और इतिहास