नई दिल्ली: देश में इस समय चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस में जमकर संघर्ष चल रहा है। जहां एक ओर भाजपा द्वारा चुनाव को लेकर गंभीर चिंतन किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने इस बार जीत का लक्ष्य निर्धारित कर लिया है। दिल्ली के ग्रेटर नोएडा में स्थित एक गांव को बीजेपी सांसद और केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्री महेश शर्मा ने गोद लिया है लेकिन यहां अब तक विकास नहीं हो पाया है जिसके बाद गांव वालों में भाजपा के प्रति रोष व्याप्त हो गया है। राजस्थान चुनाव 2018: भाजपा नेता ने विवादित बयान देकर की राजनीति के ध्रुवीकरण की कोशिश जानकारी के अनुसार ग्रेटर नोएडा स्थित एक गांव के लोगों को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से इतनी नाराजगी है कि उन्होने गांव के बाहर एक बोर्ड लगाकर इन नेताओं को बता दिया है कि उनका इस गांव में आना मना है। जाहिर सी बात है गांव में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ हो तो गांव का माहौल खिलाफ में होगा। इसके अलावा भाजपा सांसद द्वारा इस गांव को गोद लेने के बावजूद भी यहां किसी भी तरह का विकास नहीं हुआ है जिससे गांव वाले आक्रोशित हैं। गैंगस्टर आनंदपाल की मां चुनाव लड़ने की तैयारी में, कांग्रेस से की टिकिट की मांग गौरतलब है कि देश में भाजपा शासित सरकार है और भाजपा पार्टी ने इस बार भी चुनाव में जीत की दावेदारी की है। लेकिन भाजपा का कई स्थानों पर विरोध भी हो रहा है। यहां बता दें कि गांव वालों का दावा है कि उन्होने सांसद महेश शर्मा से गांव में होने वाले कार्यो से संबंधित बात करने की कोशिश की लेकिन उनका फोन ऑफ है और वे किसी पत्र का जवाब भी नहीं दे रहे हैं, जिसके बाद उन्होने गुस्से में ये बोर्ड लगाया है। जानकारी के अनुसार यहां के गांववालों और रियल्टी ग्रुप कंपनी में बहुत लंबा विवाद चल रहा है, इस ग्रुप ने 2005-06 में यहां जमीन खरीदी थी लेकिन काफी समय तक कंपनी द्वारा काम नहीं किए जाने से किसानों द्वारा वहां पहले की तरह फसल उगाई जाने लगी। वर्तमान समय में अचानक कंपनी के आने और उनकी लाखों की फसल को बर्बाद करने से गांववाले गुस्से में हैं। वहीं गांववालों का कहना है कि कंपनी ने उन्हें इसके पहले कोई नोटिस भी नहीं दिया था और कार्रवाई शुरू कर दी है। खबरें और भी क्या अयोध्या मसले पर विधेयक लाएगी बीजेपी? मैं अधिकारियों को जूता दिखाकर अपना काम करा लेता हूँ: बीजेपी विधायक जब तक हिन्दू राजा थे कश्मीर में हिन्दू और सिख सुरक्षित थे :योगी