उज्जैन : मध्यप्रदेश की तीन विद्युत वितरण कम्पनी पूर्व, मध्य एवं पश्चिम क्षेत्र द्वारा अपने कार्य-क्षेत्र में 31 मई से 9 जून तक बिजली पंचायतों का आयोजन ग्राम पंचायत-स्तर पर किया जा रहा है। बिजली पंचायतें प्रदेश की 23 हजार 6 ग्राम पंचायतों में की जा रही हैं। इन बिजली पंचायतों का मुख्य उद्देश्य विद्युत उपभोक्ताओं की समस्याओं का त्वरित निराकरण तथा विद्युत कनेक्शन के लिये ग्रामवासियों को प्रेरित करना है। बिजली उपभोक्ता इस अवसर का लाभ उठाकर अपनी समस्याओं का निराकरण करवा रहे हैं। अधिकारियों एवं अभियंताओं की मौजूदगी में उपभोक्ताओं की समस्याओं के निराकरण के लिये प्रभावी कार्यवाही की जा रही हैं। बिजली पंचायतों में बिजली बिल, बंद/खराब मीटर, वोल्टेज कम/ज्यादा होने, नया कनेक्शन, ट्रांसफार्मर बदलने तथा विद्युत संयोजन में नाम/भार परिवर्तन, संयोजनों को स्थाई रूप से विच्छेदित करवाने तथा विद्युत संबंधी अन्य समस्याओं का यथा-संभव मौके पर निराकरण किया जा रहा है। जिन शिकायतों का निराकरण मौके पर संभव नहीं हो सका, उनका निराकरण अधिकतम एक सप्ताह की अवधि में संबंधित वितरण केन्द्र प्रभारी द्वारा किया जायेगा। ग्राम पंचायतों में उपस्थित विद्युत कर्मचारी द्वारा सभी मौखिक एवं लिखित शिकायतें एवं आवेदन प्राप्त कर उसके निराकरण की कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही हैं। राज्य शासन के निर्देश पर प्रत्येक बिजली पंचायत में विद्युत वितरण कम्पनी के एक अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित हो रहे हैं। ग्राम पंचायत स्तर पर संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच एवं सचिव भी इस मौके पर मौजूद हो रहे हैं। वितरण केन्द्र के सहायक यंत्री/कनिष्ठ यंत्री को भी निर्देशित किया गया है कि वे बड़ी ग्राम पंचायत में आयोजित होने वाली बिजली पंचायत में उपस्थित रहें। 2019 तक घर-घर को रोशन करेगी मोदी सरकार