कानपुर : नगर के पनकी और न्यू ट्रांसपोर्ट नगर के लिए नासूर बने कूड़ा निस्तारण प्लांट में कूड़े के पहाड़ों से एक साल में निजात मिल जाएगी क्योकि अब यहां कूड़े से बिजली बनाई जाएगी। यह पूरा कार्य कनाडा की कंपनी इनेको सिस्टम इनकार्पोरेशन करेगी। शनिवार को कंपनी के प्रतिनिधियों ने प्लांट का निरीक्षण कर सैद्धांतिक सहमति दे दी है। सब कुछ तय योजना के तहत हुआ तो जनवरी में इस कंपनी का आईएलएफएस से एमओयू होते ही कार्य प्रारंभ हो जाएगा। इस मामले पर जानकारी देते हुए नगर निगम के अधिशासी अभियंता ने बताया कि कंपनी पहले कूड़े से आरडीएफ और जैविक खाद बनाएगी। इससे एक साल में प्लांट का सारा कूड़ा समाप्त हो जाएगा। इसी बीच प्लांट में कूड़े से बिजली बनाने वाले प्लांट की मरम्मत होगी। फिर कंपनी रोज करीब 1500 मीट्रिक टन ताजे कूड़े को कंप्रेस्ड कर मीथेन गैस और आरडीएफ तैयार करेगी। उसे ब्वायलरों में डालने के बाद पूरा प्रोसेस करते हुए हर दिन करीब 15 मेगावाट बिजली बनेगी। कंपनी 7.50 रुपये प्रति यूनिट बिजली बेचेगी। बिजली बनने में होने वाले घाटे की भरपाई प्रदेश सरकार करेगी। जानकारी के लिए बता दे प्लांट में बिजली बनाने के लिए रोज 1500 मीट्रिक टन कूड़े की आवश्यकता पड़ेगी। परन्तु शहर से इतना कूड़ा नहीं निकलता है। इसलिए आसपास के शहरों, कस्बों का भी कूड़ा इसी प्लांट में लाकर निस्तारित किया जाएगा। इससे संबंधित शहरों, कस्बों को भी कूड़े की समस्या से निजात मिलेगी। अब सुधर रही है दिल्ली की हवा राजधानी के प्रदूषण स्तर में दर्ज हुई मामूली गिरावट जलीय जीवों के लिये भी अनुकूल हुआ गंगा का जल