एक ऐसी हत्या जिसे 60 लोगों ने कबूला, लेकिन आज तक नहीं मिला असली कातिल

दुनियाभर में ऐसे कई हत्याओं के मामले हैं, जो सालों से रहस्य बने हुए हैं, क्योंकि आज तक इनके असली कातिलों का पता ही नहीं चल पाया है. एक ऐसा ही मामला अमेरिका का भी है, जिसे 'ब्लैक दाहिला मर्डर केस' के नाम से जाना जाता है. वर्ष 1947 में हुई इस हत्या ने उस वक्त पूरे अमेरिका में खलबली मचा दी थी. इस मामले को लॉस एंजिलिस के सबसे पुराने अनसुलझे मर्डर केसों में से एक माना जाता है, क्योंकि हत्या लॉस एंजिलिस में ही हुई थी.

हालांकि, अमेरिका के बोस्टन की रहने वाली एलिजाबेथ शॉर्ट को ब्लैक दाहिला नाम से जाना जाता था. वह नौ जनवरी 1947 को अचानक गायब हो गई थीं, जिसके पांच दिन बाद यानी 15 जनवरी को उनकी लाश मिली थी. इसमें हैरानी की बात तो ये थी कि उनकी लाश कमर से आधी कटी हुई थी, साथ ही शरीर के कई अंगों पर गहरे घाव थे. हत्यारे ने उनका मुंह को किसी धारदार हथियार से कान तक चीर दिया था. वेसे आमतौर पर हत्याओं के मामले में तो खुद कातिल भी अपना जुर्म कबूल करने से कतराते हैं, लेकिन एलिजाबेथ शॉर्ट की हत्या का मामला इस सबमें सबसे अनोखा था, क्योंकि शुरुआत जांच में करीब 60 लोगों ने एलिजाबेथ शॉर्ट की हत्या का जुर्म कबूल लिया था, जिसमें से अधिकतर पुरुष थे. हालांकि इनका जुर्म कभी साबित नहीं हो सका, इसलिए उन्हें छोड़ दिया गया.  

वैसे तो अब तक 500 से भी ज्यादा लोग एलिजाबेथ शॉर्ट की हत्या का जुर्म कबूल कर चुके हैं, लेकिन हैरानी की बात तो ये है कि उसमें से कई लोग ऐसे भी हैं, जिनका तो जन्म ही नहीं हुआ था जब शॉर्ट की हत्या हुई थी. ऐसे में कई लोगों पर मामले को गुमराह करने का केस भी दर्ज किया गया था. इस हत्याकांड पर कई किताबें भी लिखी जा चुकी हैं. एलिजाबेथ शॉर्ट की हत्या को अमेरिकी इतिहास में सबसे क्रूर और अनसुलझे अपराधों में से एक माना जाता है, क्योंकि कातिल का अब तक पता नहीं चल सका है. यहां तक कि एक पत्रिका ने भी इसे दुनिया के सबसे कुख्यात अनसुलझे मामलों में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया है.

कोरोना के कहर से बचे हुए है ये देश, यहां देखे नाम

ये 90 साल की दादी है सबसे उम्रदराज गेमर, खेल-खेल कर बना दिया रिकॉर्ड

चेन्नई में 'कोरोना रोबोट' कर रहा है ये काम, यहाँ देखे तस्वीर

Related News