इमामी ग्रुप ने अपना सीमेंट कारोबार निरमा समूह की नुवोको विस्टास कॉरपोरेशन लिमिटेड के हाथों बेचने के लिए समझौता किया गया है।इसके अलावा यह सौदा 5,500 करोड़ रुपये में तय हुआ है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की इमामी गु्रप ने गुरुवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। बयान में कहा गया कि कंपनी के प्रमोटर अपने ग्रुप का कर्ज का बोझ घटाना चाहते हैं। वही इसी को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है। इमामी ग्रुप के 83 लाख टन सालाना क्षमता वाले सीमेंट कारोबार को खरीदने की दौड़ में नुवोको विस्टास (पूर्व में निरमा सीमेंट) के अलावा आदित्य बिरला गु्रप की प्रमुख सीमेंट कंपनी अल्ट्राटेक, लाफार्ज और स्टार सीमेंट मौजूद थीं। इसके अलावा इमामी सीमेंट का एक इंटीग्रेटेड प्लांट और तीन ग्राइंडिंग यूनिट हैं। इसकी सालाना उत्पादन क्षमता करीब 83 लाख टन है। इसके अलावा कंपनी का पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और बिहार में सीमेंट का कारोबार है। वही इमामी ग्रुप के निदेशक मनीष गोयनका ने कहा कि यह सौदा हमारे समूह के कर्ज मुक्त होने के लक्ष्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इस सौदे के बाद हम लक्ष्य के काफी नजदीक पहुंच जाएंगे। इसके अलावा जानकारों का कहना है कि इमामी और नुवोको के सौदे को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग समेत अन्य नियामकों से मंजूरी की जरूरत होगी। यह प्रक्रिया अगले तीन-चार महीने में पूरी होने की उम्मीद है। बढ़त में खुलने के बाद टूटा सेंसेक्स, रुपए में भी दर्ज की गई गिरावट सरकारी बैंकों के समय में हुआ परिवर्तन, जानिए कब तक जमा कर सकेंगे नकदी खतरे में पड़ा कश्मीर का व्यावसायिक तबका, अनुच्छेद 370 हटने के बाद हुए ऐसे हाल