दिल्ली सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि वह शहर के विभिन्न हिस्सों में 500 आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना कर महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका देने के लिए एक नई योजना शुरू करेगी। 'सहेली समांवे केंद्र' के तहत व्यक्तिगत स्टार्ट-अप को इनक्यूबेटिंग करने और स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देने के लिए 500 आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित किए जाएंगे। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सूक्ष्म आर्थिक इकाइयों को खोलने और स्वयं सहायता समूहों की बैठकें आयोजित करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण के लिए केंद्रों में विशेष व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट पेश करते हुए कहा कि समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास और एससी/एसटी/ओबीसी के कल्याण विभाग के लिए 4,750 करोड़ रुपये की राशि अलग से निर्धारित की गई है। इस तरह की योजना बनाने का फैसला एक सर्वे के आधार पर लिया गया था, जिसमें कोरोना संकट के प्रभाव और बाद में दिल्ली में लोगों की आजीविका पर लॉकडाउन को समझने के लिए किया गया था। इससे पता चलता है कि दिल्ली की महिलाओं में, जो रोजगार के लिए उपलब्ध हैं, 40 प्रतिशत को कोई काम नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा, इनमें से 45 प्रतिशत महिलाओं ने कक्षा 12 पूरी कर ली है और इनमें से 60 प्रतिशत महिलाएं 30 साल से कम उम्र की हैं। इससे पहले सरकार द्वारा शुरू की गई अन्य महिला केंद्रित योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं को इस तरह की पहलों के बारे में अधिक जागरूक करने के लिए 33 स्वयं सहायता इकाइयां स्थापित की जाएंगी ताकि वे इसका लाभ उठा सकें। ब्रिटेन ने कहा- स्वदेशी रूप से विकसित COVAXIN... कल होगा उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री का ऐलान, त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस्तीफा देने के बाद कही ये बात तमिलनाडु ने मास्क नहीं पहनने वालों को देना होगा 200 रूपए का जुर्माना